India vs South Africa 2nd Test: काफी रहस्यमयी है पुणे की पिच, यहां खेलना नहीं है आसान
कानपुर। भारत बनाम साउथ अफ्रीका के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला गुरुवार से पुणे के एमसीए क्रिकेट स्टेडियम में शुरु होगा। विराट सेना ने पहला टेस्ट जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। अब कोहली की नजर पुणे टेस्ट जीत पर होगी मगर यह आसान नहीं रहने वाला क्योंकि जिस मैदान पर दोनों टीमें मैच खेलने उतरेगीं, वहां की पिच काफी रहस्यमयी है। पुणे के एमसीए मैदान की पिच कभी बल्लेबाजों की मददगार रहती है तो कभी गेंदबाजों की। यही नहीं बीच मैच में पिच कैसा मोड़ लेगी, यह भी कोई नहीं जा सकता।भारत की सबसे पाटा पिच
फर्स्ट क्लाॅस क्रिकेट के इतिहास की बात करें तो पुणे के एमसीए मैदान की पिच भारत की सबसे फ्लैट पिच मानी जाती है। यहां पहला प्रथम श्रेणी मैच 2011-12 में खेला गया था। तब से लेकर अब तक इस मैदान सहित भारत के अन्य 36 ग्राउंड्स में प्रत्येक में कम से कम 10 मैच खेले जा चुके हैं। इनमें से पुणे तीसरा प्रति विकेट सबसे ज्यादा रन औसत रखने वाला मैदान है। यानी यहां बल्लेबाजों को काफी मदद मिलती है।
इस मैदान पर अब तक कुल 26 फर्स्ट क्लाॅस मैच खेले गए हैं। जिसमें 10 बार किसी बल्लेबाज ने 150 या उससे ज्यादा का स्कोर बनाया। यही नहीं इस मैदान पर तीन दोहरे शतक और दो तिहरे शतक भी लग चुके हैं। यही वजह है कि 26 में से 13 मैच ड्रा पर खत्म हुए।वनडे में औसत स्कोर है 280वनडे क्रिकेट की बात करें तो इस मैदान पर पहले बल्लेबाजी करते हुए औसत स्कोर 280 रन है। यहां कुल 4 एकदिवसीय मुकाबले खेले जा चुके हैं।टेस्ट में बदल जाता है रंगजब बात टेस्ट क्रिेकट की हो तो पुणे के एमसीए मैदान की पिच पूरी तरह से बदल जाती है। यहां पहला और इकलौता टेस्ट मैच 2017 में खेला गया था जो तीन दिन में खत्म हो गया था। टीम इंडिया ने अभी तक सिर्फ एक टेस्ट मैच खेला है। जिसमें भी भारत को करारी हार मिली थी। यह मुकाबला दो साल पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला गया था। जिसमें टीम इंडिया को 333 रनों से शिकस्त झेलनी पड़ी थी। उस वक्त टीम की कमान विराट कोहली के हाथों में ही थी।
इस मैदान पर भारत का हाईएस्ट टेस्ट स्कोर 107 रन है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली पारी में भारत ने 105 और दूसरी पारी में 107 रन बनाए थे।पिच को मिल चुकी है खराब रेटिंगयहां पहला टेस्ट तीन दिन में खत्म हो जाने के चलते इस पिच को खराब रेटिंग दी गई थी।