ओवल मैदान पर इसलिए हारा भारत, 47 सालों से है यहां जीत का इंतजार
कानपुर। भारत बनाम इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पांचवां और आखिरी टेस्ट ओवल मैदान पर खेला गया। भारत को इस मैच में 118 रन से करारी शिकस्त मिली। आखिरी पारी में जीत के लिए मिले 464 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया ने शुरुआती विकेट तो जल्दी गंवा दिए थे। मगर केएल राहुल (149) और ऋषभ पंत (114) के बीच छठे विकेट के लिए 200 रन की साझेदारी हुई तो भारतीय फैंस को जीत की उम्मीद हुई लेकिन ओवल के मनहूस रिकॉर्ड ने भारत को फिर से हार के मुंह में ढकेल दिया।
ओवल मैदान का इतिहास देखें तो यहां भारत ने यहां कुल 12 मैच खेले हैं जिसमें सिर्फ एक में जीत मिली जबकि 4 हार गए और 7 मैच ड्रा रहे। इस रिकॉर्ड को देखते हुए विराट के लिए ओवल टेस्ट जीत पाना थोड़ा मुश्किल है।
क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, ओवल मैदान पर भारत ने सबसे पहला मैच 1936 में खेला था। यह भारत का दूसरा इंग्लैंड दौरा था और टीम इंडिया की कमान महाराज ऑफ विजयनगर के हाथों में थी। पहला ही मैच भारत 9 विकेट से हार गया था। इसके बाद तो मानों हार की झड़ी लग गई। 82 साल हो गए टीम इंडिया यहां कुल 12 बार खेलने आई जिसमें सिर्फ एक में जीत मिली। भारत ने ओवल पर इकलौता मैच 1971 में जीता था तब टीम इंडिया की कमान अजीत वाडेकर के हाथों में थी। भारत ने वो मैच 4 विकेट से जीता था। इस जीत के हीरो भगवत चंद्रशेखर थे जिन्होंने मैच में 10 विकेट लेकर भारत को जीत दिलाई थी।
राहुल और ऋषभ के शतक गए बेकार, 118 रन से 5वां टेस्ट और सीरीज भी 1-4 से गए हारटीम इंडिया के सीरीज हारने के बाद मालामाल हुए रवि शास्त्री, करोड़ों में हुई कमाई