इंग्लैंड में 50 साल से यह करना चाह रही थी टीम इंडिया, आज मिला है मौका
कानपुर। भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया ने दूसरी पारी में 5 विकेट खोकर 110 रन बना लिए हैं। पहला टेस्ट मैच जीतने के लिए विराट की टीम को अब 84 रन की जरूरत है और पांच विकेट शेष हैं। फिलहाल क्रीज पर कप्तान विराट नाबाद 43 रन जबकि दिनेश कार्तिक 18 रन बनाकर मौजूद हैं। इससे पहले खेल के तीसरे दिन इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी में 180 रन पर ऑल आउट हो गई थी और उसे 193 रन की बढ़त हासिल हुई थी। भारत को जीत के लिए 194 रन का लक्ष्य मिला था।
एजबेस्टन टेस्ट के चौथे दिन जब विराट कोहली मैदान में उतरेंगे तो उनकी निगाह उस रिकॉर्ड पर होगी जहां आज तक कोई भारतीय कप्तान नहीं पहुंचा। एजबेस्टन में भारत ने अपना पहला टेस्ट 51 साल पहले खेला था और आज तक यहां जीत नहीं मिली है। ऐसे में विराट के पास यहां पहली जीत हासिल करने का बेहतरीन मौका आया है। पिछला रिकॉर्ड देखें तो भारत का टेस्ट रिकॉर्ड बेहद खराब है। ईएसपीएन क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, भारतीय क्रिकेट टीम ने इस मैदान पर आज तक कुल 6 टेस्ट मैच खेले जिसमें एक तो ड्रा रहा जबकि बाकी पांच मैचों में हार झेलनी पड़ी। भारत ने यहां आखिरी टेस्ट सात साल पहले 2011 में खेला था तब मेहमान टीम को बुरी तरह से शिकस्त मिली थी।तीन बार हारे हैं पारी के अंतर सेइंग्लैंड के खिलाफ भारत ने एजबेस्टन में अपना पहला टेस्ट साल 1967 में खेला था। तब भारत को 132 रन से हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद दूसरा मैच 1974 में हुआ तब भारत पारी और 78 रन से हार गया था। तीसरा मैच 1979 में हुआ। इस बार भी भारत पारी और 83 रन से हार गया था। हालांकि 1986 में चौथा मैच ड्रा रहा, मगर इसके 10 साल बाद खेले गए 5वें मैच में टीम इंडिया को 8 विकेट से करारी शिकस्त मिली थी। एजबस्टन में भारत को सबसे बड़ी हार 2011 में मिली थी तब टीम इंडिया पारी और 242 रनों से टेस्ट मैच हार गई थी। कुल मिलाकर टीम इंडिया को यहां 6 में से 3 मैच पारी के अंतर से गंवाने पड़े। इस मैदान पर भारत का हाईएस्ट स्कोर 390 रन है जबकि न्यूनतम 92 रन है।