इंग्लैंड के खिलाफ ओवल टेस्ट भारत भले ही हार गया। मगर मैच के आखिरी दिन भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने नया कारनामा कर दिखाया। 20 साल के पंत ने वो रिकॉर्ड बनाया जिसे पूर्व टेस्ट खिलाड़ी एमएस धोनी कभी नहीं कर पाए।


कानपुर। भारत बनाम इंग्लैंड के बीच सीरीज का पांचवां और आखिरी टेस्ट ओवल मैदान पर खेला गया। मंगलवार को मैच के आखिरी दिन भारत के सामने एक बड़ा लक्ष्य था मगर टीम इंडिया 118 रन से पीछे रह गई। इसी के साथ 5वां मैच ही नहीं भारत के हाथों से 1-4 से सीरीज भी निकल गई। ओवल मैदान पर भारत को भले ही शिकस्त मिली मगर टीम के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने 114 रनों की शतकीय पारी खेलकर इतिहास रच दिया। ऋषभ पंत पहले ऐसे भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज हैं जिनके बल्ले से इंग्लैंड में टेस्ट शतक निकला। टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके भारत के पूर्व कप्तान और सफल विकेटकीपर बल्लेबाज एमएस धोनी भी पूरे करियर में यह कारनामा नहीं कर पाए।धोनी से आगे निकले पंत


क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, धोनी का इंग्लैंड में सर्वोच्च टेस्ट स्कोर 92 रन है। राहुल द्रविड़ की कप्तानी में टीम इंडिया 2007 में इंग्लैंड दौरे पर गई थी तब माही ने यह पारी खेली थी हालांकि वह 8 रन से शतक से चूक गए थे मगर इस बार पंत ने कोई गलती नहीं की और ओवल में खेले गए पांचवें टेस्ट में छक्का लगाकर शतक पूरा किया। यही नहीं भारत की ओर से इससे पहले किसी विकेटकीपर ने चौथी पारी में इतना बड़ा स्कोर नहीं बनाया था। पंत से पहले यह रिकॉर्ड भी धोनी के नाम था, 2007 में ही माही ने लॉर्ड्स मैदान पर 76 रन की पारी खेलकर मैच ड्रा करवाया था हालांकि अबकी बार पंत शतक लगाने के बावजूद मैच नहीं बचा पाए।काम नहीं आई राहुल-ऋषभ की शतकीय पारीइंग्लैंड ने आखिरी पारी में भारत को जीत के लिए 464 रन का लक्ष्य दिया था। भारत के शुरुआती विकेट जल्दी गिर जाने के बाद लगा कि यह मैच भारत के हाथ से निकल गया मगर छठे विकेट के लिए केएल राहुल और ऋषभ पंत के बीच हुई 200 रनों की साझेदारी ने भारत को मैच में वापस ला दिया। भारत की पारी के 81 ओवर तक तो सब ठीक चला लेकिन जैसे ही 82वां ओवर फेंकने आदिल रशीद आए तो मैच का पासा ही पलट गया। पहले राहुल के 149 रन पर आउट होने के बाद पंत भी 114 रन पर अपना विकेट गंवा बैठे। इसी के साथ भारत की जीत की उम्मीदों पर पानी फिर गया।

जिस गेंद पर केएल राहुल हुए आउट, वैसी गेंद 21वीं सदी में किसी ने नहीं फेंकीओवल मैदान पर इसलिए हारा भारत, 47 सालों से है यहां जीत का इंतजार

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari