नॉटिंघम कैसे जीतेंगे कप्तान विराट, 60 साल में यहां जीते हैं सिर्फ एक मैच
कानपुर। भारत बनाम इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच 18 अगस्त को नॉटिंघम में खेला जाएगा। मेजबान इंग्लैंड इस सीरीज में 2-0 से आगे है। ऐसे में भारतीय कप्तान विराट के सामने सीरीज बचाने की बड़ी चुनौती होगी। अगर भारत तीसरा मैच हार जाता है तो सीरीज भी गंवा देगा। ऐसे में विराट इस चुनौती से निपटने की पूरी तैयारी कर रहे हैं। टीम में कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं, कप्तान ने पिछले मैच में मिली हार के बाद माना भी था कि टीम सलेक्शन में उनसे गलती हो गई और वह इसे दोहराना नहीं चाहेंगे। वैसे आपको बता दें नॉटिंघम में भारत का टेस्ट रिकॉर्ड अच्छा नहीं है।
ईएसपीएन क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, भारत ने नॉटिंघम के ट्रेंट ब्रिज मैदान में पहला टेस्ट मैच साल 1959 में खेला था। तब भारत को पारी और 59 रन से करारी हार मिली थी। इस मैदान पर यह टीम इंडिया की सबसे बड़ी हार है। भारत ने यहां कुल 6 टेस्ट खेले जिसमें दो में हार मिली वहीं 3 मैच ड्रा रहे जबकि एक मैच भारत के नाम रहा था। पिछली बार टीम इंडिया एमएस धोनी की कप्तानी में ट्रेंटब्रिज में खेली थी तब वो मैच ड्रा रहा था।
इंग्लैंड में टेस्ट रिकॉर्ड की बात करें तो भारत ने अब तक यहां कुल 17 टेस्ट सीरीज खेली हैं जिसमें सिर्फ तीन में उन्हें जीत मिली जबकि 13 बार हार का सामना करना पड़ा हैं। वहीं एक मैच ड्रा रहा। बतौर कप्तान विराट का यह पहला इंग्लैंड दौरा है हालांकि वह वनडे में जीत के साथ खाता तो नहीं खोल पाए मगर टेस्ट में अपने नाम एक नायाब रिकॉर्ड जरूर बनाना चाहेंगे। ईएसपीएन क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, भारत को इंग्लैंड में आज तक सिर्फ तीन कप्तान टेस्ट सीरीज जितवा पाए हैं। उसमें अजीत वाडेकर, कपिल देव और राहुल द्रविड़ का नाम आता है। अब विराट इस लिस्ट में अपना नाम जोड़ पाते हैं या नहीं यह तो वक्त बताएगा।Ind vs Eng : गर्लफ्रेंड से ब्रेकअप करके उतरा मैदान में और ले लिया कोहली का विकेटवो 4 भारतीय कप्तान जो कभी नहीं हारे टेस्ट मैच