भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज की शुरुआत एक अगस्त से होगी। वैसे दोनों देशों के बीच टेस्ट रिकॉर्ड काफी पुराना है। आइए जानते हैं भारत का इंग्लैंड में कैसा है प्रदर्शन...


कानपुर। इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज हारने के बाद भारतीय टीम को अगली चुनौती टेस्ट में मिलेगी। सीमित ओवरों में तो भारत फिर भी थोड़ा अच्छा रहा है मगर जब बात लाल गेंद के खेल की होती है तो इंग्लिश धरती पर टीम इंडिया का रिकॉर्ड काफी निराशाजनक रहा है। ईएसपीएन क्रिेकइन्फो के डेटा के मुताबिक, भारत ने इंग्लैंड में अभी तक कुल 17 टेस्ट सीरीज खेली हैं जिसमें सिर्फ 3 में उन्हें जीत मिली जबकि 13 बार हार का सामना करना पड़ा। वहीं दो सीरीज ड्रा रहीं।1971 में मिली थी पहली जीत


भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत 1932 में हुई थी। तब भारतीय टीम एक टेस्ट मैच की सीरीज खेलने इंग्लैंड दौरे पर गई थी। तब भारत के पहले टेस्ट कप्तान सीके नायडू ने इस मैच में टीम इंडिया की कमान संभाली थी। हालांकि भारत यह मैच हार गया था मगर पहली जीत के लिए टीम इंडिया को तकरीबन 40 साल लंबा इंतजार करना पड़ा। 1971 में अजीत वाडेकर की अगुआई में भारत ने तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेली। पहले दो मैच ड्रा रहने के बाद भारत के पास आखिरी मैच जीतकर इतिहास रचने का मौका था। भारत के पहले वनडे कप्तान भी रहे अजीत वाडेकर ने इस टेस्ट मैच को हाथ से नहीं जाने दिया। ओवल में खेला गया यह मैच भारत 4 विकेट से जीत गया इसी के साथ सीरीज भी 1-0 से अपने नाम की।1986 में मिली दूसरी जीतइंग्लैंड में भारत को दूसरी टेस्ट सीरीज जीतने के लिए 15 साल और इंतजार करना पड़ा। 1986 में कपिल देव की कप्तानी में टीम इंडिया तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने इंग्लैंड गई थी। उस समय इंग्लिश टीम में ग्राहम गूच, एलन लैंब और माइक गेटिंग जैसे धुरंधर थे। इसके बावजूद कपिल एंड टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। लॉर्ड्स में खेला गया पहला टेस्ट मैच भारत ने 5 विकेट से जीता, फिर लीड्स में दूसरे टेस्ट में मेजबान इंग्लैंड को 279 रन से मात दी। तीन मैचों की इस सीरीज में भारत 2-0 की अजेय बढ़त बना चुका था, मगर आखिरी मैच भी ड्रा कराकर कपिल देव ने अंग्रेजों का पूरी तरह से सफाया कर दिया था। ऐसा बहुत कम होता है कि इंग्लैंड अपने ही घर में एक भी मैच न जीत पाए। मगर भारत की इस ऐतिहासिक जीत का श्रेय कपिल देव को जाता है।2007 में जीती तीसरी सीरीज

दो टेस्ट सीरीज जीतने के बाद तीसरी सीरीज जीत के लिए भारत को फिर 2007 तक इंतजार करना पड़ा। तब टीम इंडिया की कमान राहुल द्रविड़ के हाथों में थी। भारत तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने इंग्लैंड गया था। विश्व क्रिकेट में 'द वॉल' नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ को उस वक्त कप्तानी का ज्यादा अनुभव भी नहीं था, इसके बावजूद उन्होंने तीन मैचों की यह सीरीज 1-0 से जीतकर इतिहास रच दिया। भारत ने सीरीज के पहले और तीसरे मैच को ड्रा कराया तो वहीं दूसरे मैच में 7 विकेट से जीत दर्ज कर सीरीज अपने नाम की।आज के दिन कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ बनाए थे जीरो फिर भी खुश थे भारतीय फैंसइंग्लैंड में मैच होने पर इस भारतीय गेंदबाज को आंख मूंदकर टीम में रख लिया जाता था, ऐसा था रिकॉर्ड

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari