इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीत पाए हैं सिर्फ ये 3 कप्तान, अबकी बार कोहली का इम्तहान
कानपुर। इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज हारने के बाद विराट कोहली को अब टेस्ट चुनौती मिलने वाली है। भारत बनाम इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच एक अगस्त को एजबस्टन में खेला जाएगा। इंग्लैंड में टेस्ट रिकॉर्ड की बात करें तो भारत ने अब तक यहां कुल 17 टेस्ट सीरीज खेली हैं जिसमें सिर्फ तीन में उन्हें जीत मिली जबकि 13 बार हार का सामना करना पड़ा हैं। वहीं एक मैच ड्रा रहा। बतौर कप्तान विराट का यह पहला इंग्लैंड दौरा है हालांकि वह वनडे में जीत के साथ खाता तो नहीं खोल पाए मगर टेस्ट में अपने नाम एक नायाब रिकॉर्ड जरूर बनाना चाहेंगे। ईएसपीएन क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, भारत को इंग्लैंड में आज तक सिर्फ तीन कप्तान टेस्ट सीरीज जितवा पाए हैं। उसमें अजीत वाडेकर, कपिल देव और राहुल द्रविड़ का नाम आता है। अब विराट इस लिस्ट में अपना नाम जोड़ पाते हैं या नहीं यह तो वक्त बताएगा।
भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत 1932 में हुई थी। भारतीय टीम एक टेस्ट मैच की सीरीज खेलने इंग्लैंड दौरे पर गई थी। तब भारत के पहले टेस्ट कप्तान सीके नायडू ने इस मैच में टीम इंडिया की कमान संभाली थी। हालांकि भारत यह मैच हार गया था मगर पहली जीत के लिए टीम इंडिया को तकरीबन 40 साल लंबा इंतजार करना पड़ा। 1971 में अजीत वाडेकर की अगुआई में भारत ने तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेली। पहले दो मैच ड्रा रहने के बाद भारत के पास आखिरी मैच जीतकर इतिहास रचने का मौका था। भारत के पहले वनडे कप्तान भी रहे अजीत वाडेकर ने इस टेस्ट मैच को हाथ से नहीं जाने दिया। ओवल में खेला गया यह मैच भारत 4 विकेट से जीत गया इसी के साथ सीरीज भी 1-0 से अपने नाम की।
इंग्लैंड में भारत को दूसरी टेस्ट सीरीज जीतने के लिए 15 साल और इंतजार करना पड़ा। 1986 में कपिल देव की कप्तानी में टीम इंडिया तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने इंग्लैंड गई थी। उस समय इंग्लिश टीम में ग्राहम गूच, एलन लैंब और माइक गेटिंग जैसे धुरंधर थे। इसके बावजूद कपिल एंड टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। लॉर्ड्स में खेला गया पहला टेस्ट मैच भारत ने 5 विकेट से जीता, फिर लीड्स में दूसरे टेस्ट में मेजबान इंग्लैंड को 279 रन से मात दी। तीन मैचों की इस सीरीज में भारत 2-0 की अजेय बढ़त बना चुका था, मगर आखिरी मैच भी ड्रा कराकर कपिल देव ने अंग्रेजों का पूरी तरह से सफाया कर दिया था। ऐसा बहुत कम होता है कि इंग्लैंड अपने ही घर में एक भी मैच न जीत पाए। मगर भारत की इस ऐतिहासिक जीत का श्रेय कपिल देव को जाता है।
इंग्लैंड में मैच होने पर इस भारतीय गेंदबाज को आंख मूंदकर टीम में रख लिया जाता था, ऐसा था रिकॉर्ड