Ind vs Eng : इंग्लैंड में मेजबान टीम के अलावा ये 5 बातें भी टीम इंडिया को कर रहीं परेशान
कानपुर। भारत बनाम इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच 18 अगस्त को नॉटिंघम में खेला जाएगा। मेजबान इंग्लैंड इस सीरीज में 2-0 से आगे है। ऐसे में भारतीय कप्तान विराट के सामने सीरीज बचाने की बड़ी चुनौती होगी। अगर भारत तीसरा मैच हार जाता है तो सीरीज भी गंवा देगा। इसके अलावा विराट एंड टीम के सामने 5 और बड़े सवाल खड़े हो गए जिनसे उन्हें जल्द से जल्द निपटना होगा।1. विराट कोहली की फिटनेस
भारतीय कप्तान विराट कोहली इंग्लैंड में जितना बल्लेबाजी में जूझ रहे हैं उतना ही अपनी फिटनेस को लेकर। कमर और पीठ का दर्द उनका बार-बार उभर रहा है। पिछले दो मैचों में देखा जा चुका कि वह बैटिंग या फील्डिंग के दौरान दर्द महसूस कर रहे हैं। हालांकि लॉर्ड्स टेस्ट के बाद उन्होंने कहा था कि, उनके पास अगले मैच से पहले पांच दिन है और उम्मीद है कि वह पूरी तरह से फिट हो जाएंगे। विराट टीम के सबसे फिट खिलाड़ी माने जाते हैं ऐसे में उनका अनफिट होना टीम के लिए भी बड़ी समस्या है। नॉटिंघम टेस्ट विराट खेलेंगे या नहीं यह तो फिटनेस टेस्ट के बाद पता चलेगा।2. कौन होंगे सलामी बल्लेबाज
पिछले दो टेस्ट में भारतीय टीम के ओपनर्स पूरी तरह से फ्लॉप रहे। भारत ने शिखर धवन, मुरली विजय और केएल राहुल तीनों को मौका दिया मगर कोई भी स्कोर करने में सफल नहीं हो पाया। धवन ने जहां दो पारियों में 39 रन बनाए वहीं केएल राहुल के बल्ले से 35 रन निकले। सबसे खराब हालत मुरली विजय की है जो सिर्फ 26 रन बना पाए और दो बार को जीरो पर आउट हुए। ऐसे में भारतीय टीम के कप्तान तीसरे टेस्ट में किन बल्लेबाजों को ओपनिंग में भेजेंगे यह बड़ी समस्या है। 3. एक अतिरिक्त बल्लेबाज या गेंदबाजविराट कोहली के सामने परफेक्ट प्लेइंग इलेवन चुनने की बड़ी चुनाती है। दरअसल भारत पिछले दो टेस्ट मैच बल्लेबाजों के कारण हारा था। टीम इंडिया एक बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम रही जिसका फायदा इंग्लिश गेंदबाजों ने उठाया। ऐसे में विराट तीसरे टेस्ट में एक अतिरिक्त बल्लेबाज खिलाएंगे या नहीं, यह देखना होगा। भारत अगर 6 बल्लेबाजों के साथ उतरता है तो टीम की बल्लेबाजी मजबूत होगी। मगर विराट अमूमन 5 गेंदबाजों को खिलाना पसंद करते हैं। अब नॉटिंघम टेस्ट में एक अतिरक्त बल्लेबाज खेलेगा या गेंदबाज, यह एक बड़ा सवाल है।4. ऋषभ पंत को मौका मिलेगा या नहीं
क्रिकेट के इस लंबे फॉर्मेट से एमएस धोनी के संन्यास लेने के बाद टीम इंडिया में एक परफेक्ट विकेटकीपर-बल्लेबाज की कमी महसूस हो रही। रिद्धिमान साहा के चोटिल हो जाने के बाद दिनेश कार्तिक को टेस्ट में मौका मिला, हालांकि वह काफी सीनियर और एक्सपीरियंस खिलाड़ी हैं इसमें कोई दोराय नहीं मगर इंग्लैंड में वह अपनी प्रतिभा को साबित नहीं कर पाए। पिछले दो टेस्ट की चार पारियों में कार्तिक के बल्ले से क्रमश: 0, 1, 20 और 0 रन निकले। ऐसे में कप्तान तीसरे टेस्ट में कार्तिक की जगह युवा ऋषभ पंत को मौका देना चाहेंगे। रणजी मैचों में पंत काफी रन बनाते हैं इसके अलावा इसी साल हुए आईपीएल में उनके बल्ले से खूब रन निकले। नॉटिंघम टेस्ट में वह प्लेइंग इलेवन का हिस्सा होते हैं तो इसमें हैरानी नहीं होगी।5. मध्यक्रम में नहीं कोई भरोसेमंद
पांच दिनों तक चलने वाले टेस्ट क्रिकेट के लिए टीम इंडिया को अभी भी मध्यक्रम में एक भरोसेमंद बल्लेबाज की जरूरत है। अजिंक्य रहाणे, दिनेश कार्तिक और केएल राहुल या चेतेश्वर पुजारा, भारतीय कप्तान ने कई खिलाड़ियों को आजमाया मगर कोई भी नहीं चल पाया। टेस्ट क्रिकेट में मध्यक्रम बल्लेबाज की काफी अहमियत होती है। जब भारतीय ओपनर्स फ्लॉप साबित हो रहे थे तब मध्यक्रम में कोई ऐसा बल्लेबाज होना चाहिए जो पिच पर टिक सके। ऐसे वक्त टीम को राहुल द्रविड़ की याद जरूर आ रही होगी।नॉटिंघम कैसे जीतेंगे कप्तान विराट, 60 साल में यहां जीते हैं सिर्फ एक मैचयह थे टीम इंडिया के 'असली कैप्टन कूल', जब आखिरी मैच खेला तब धोनी पैदा भी नहीं हुए थे