50 साल पुराना ये रिकाॅर्ड तोड़ने में भारत के 18 कप्तान बदल गए, मगर रिकाॅर्ड नहीं टूटा
कानपुर। भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा टेस्ट भारत के हाथ से निकल गया। विराट कोहली की अगुआई में टीम इंडिया ने पहला टेस्ट अपने नाम किया था मगर दूसरे में उन्हें करारी शिकस्त मिली। भारत के लिए यह हार इसलिए भी निराशाजनक है क्योंकि विराट के पास एक ऐसा मौका आया था कि 50 साल का इतिहास बदल सकते थे। क्रिकइन्फो पर मौजूद डेटा के मुताबिक, भारत ने इस साल विदेशी जमीन पर कुल तीन टेस्ट जीते हैं अगर एक टेस्ट और जीत जाते हैं तो भारतीय टीम टेस्ट इतिहास में पहली बार ऐसा कर पाएगी।भारत ने 1932 में विदेश में खेला था पहला टेस्ट
भारत ने विदेशी जमीं पर साल 1932 में पहला टेस्ट खेला था। तब टीम इंडिया एक टेस्ट मैच खेलने इंग्लैंड गई थी और पहले ही मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा। तब से लेकर अब तक टीम इंडिया विदेशी जमीं पर कुल 264 टेस्ट मैच खेल चुकी जिसमें सिर्फ 48 में उन्हें जीत मिली जबकि 113 मैचों में उन्हें परास्त होना पड़ा। वहीं 103 मैच ड्राॅ रहे।
भारत का विदेशों में टेस्ट रिकाॅर्ड देखें तो सबसे सफल साल 1968 रहा, तब भारत को सबसे ज्यादा तीन टेस्ट मैचों में जीत मिली थी। यह तीनों मैच भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ जीते थे। मंसूर अली खान पटौदी की अगुआई में टीम इंडिया तब चार मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने न्यूजीलैंड गईं थीं। भारत ने यह सीरीज 3-1 से अपने नाम की थी। इस बात को 50 साल हो गए, तब से भारतीय टेस्ट टीम के 18 कप्तान बदल गए मगर भारत एक साल में तीन या उससे ज्यादा टेस्ट विदेशी धरती पर नहीं जीत सका।विराट के पास बचा है एक मौका2018 खत्म होने में अभी थोड़ा समय है। इस दौरान भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक टेस्ट और खेलना है। यह मैच 26 दिसंबर से 30 दिसंबर के बीच मेलबर्न में खेला जाएगा। भारत ने यह टेस्ट जीत लिया तो टीम इंडिया का विदेश में एक साल का अभी तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन होगा। हालांकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज का एक टेस्ट मैच अगले साल जनवरी में खेला जाएगा।ऑस्ट्रेलिया में जब-जब विराट लगाते हैं शतक, भारत नहीं जीत पाता टेस्ट मैच2018 में इंडिया के बाहर आखिरी पारी में भारत नहीं जीत पाया एक भी टेस्ट