प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार को भारत-अमेरिका रक्षा और आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने और दुनिया के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लिया।


टोक्यो (पीटीआई)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान दौरे में क्वाड समिट में शामिल हुए। जिसके बाद वह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ बैठक की। जिसपर मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच स्ट्रटीजिक रिलेशन्शिप वास्तव में "विश्वास की साझेदारी" है। साथ ही कहा कि यह दोस्ती वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए एक ताकत बनी रहेगी। व्हाइट हाउस के एक रीडआउट में कहा गया है कि बिडेन ने यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध की निंदा की है। साथ ही और नेताओं ने चर्चा की कि युद्ध के कारण होने वाले नुकसान और नागरिकों और दुनिया की रक्षा के लिए ऊर्जा और फूड की कीमतों में वृद्धि की बात की है।आईसीईटी के शुभारंभ का किया स्‍वागत


दोनों देश इंडो-यूएस वैक्सीन एक्शन प्रोग्राम का रिन्यूइंग कर रहे हैं। जिसकी स्थापना के बाद से रोटावायरस और कोविड ​​​​-19 के लिए भारत की पहली स्वदेशी और कम लागत वाले टीकों की खोज की गई थी। जिसके विकास और निर्माण की दिशा में कई सफलता मिली थी। साथ ही दोनों देशों ने भारत के कम्बाइंड मिलिट्री फोर्स बहरीन में सहयोगी सदस्य के रूप में शामिल होने की घोषणा की। यूएस के रीडआउट में कहा गया नेताओं ने महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजी पर यूनाइटेड स्टेट-इंडिया इनिशिएटिव ऑन क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी (आईसीईटी) के शुभारंभ का स्वागत किया। साथ ही देशों की नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के नेतृत्व में में भी कहा। इसमें कहा गया है कि अमेरिका एग्रीकल्चर, हेल्थ और क्लाइमेट जैसे विषयों में प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा विज्ञान जैसे क्षेत्रों में 2022 में कम से कम 25 ज्वाइन रिसर्च प्रोजेक्ट का समर्थन करने के लिए भारत के छह टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब में शामिल होने की योजना बना रहा है।बैठक को बताया उपयोगी

मोदी ने एक ट्वीट में बैठक को उपयोगी बताया और कहा कि पोटस और जो बिडेन के साथ एक उपयोगी बैठक हुई। इसमें ट्रेड, इन्वेस्टमेंट, डिफेंस के साथ-साथ लोगों से लोगों के बीच संबंधों सहित भारत-अमेरिका संबंधों के कई पहलुओं को शामिल किया गया था। टेलीविजन पर अपने संबोधन में मोदी ने कहा कि दोनों देशों ने सुरक्षा समेत कई क्षेत्रों में हितों को साझा किया है। साथ ही अपने विश्वास के बंधन को मजबूत किया है। उन्‍होंने कहा कि मुझे यकीन है कि हमारे बीच भारत-यूएसए इन्वेस्टमेंट इंसेंटिव एग्रीमेंट से निवेश की दिशा में ठोस प्रगति होगी। साथ ही कहा कि मुझे विश्वास है कि भारत और अमेरिका की दोस्ती वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए, ग्रह की स्थिरता के लिए और मानव जाति की भलाई के लिए एक ताकत बनी रहेगी।

Posted By: Kanpur Desk