मोदी-जॉनसन की हुई मुलाकात रक्षा , व्यापार संबंधों को गहरा करने का किया फैसला
नई दिल्ली (पीटीआई)। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने दिल्ली में मुलाकात की। दोनों देशो के प्रधानमंत्री ने एक नई और विस्तारित भारत-ब्रिटेन रक्षा साझेदारी पर सहमति व्यक्त की और एक महत्वाकांक्षी मुक्त व्यापार समझौते का फैसला किया है। अपनी भारत यात्रा के दूसरे और अंतिम दिन मोदी के साथ बातचीत के बाद, जॉनसन ने कहा कि ब्रिटेन डिफेंस डील के लिए "ब्यूरोकेसी की निर्भरता को कम करने और डिलीवरी के समय को कम करने" के लिए भारत के लिए एक ओपन जनरल एक्सपोर्ट लाइसेंस (ओजीईएल) बना रहा है।जल, थल नभ में आएगें साथ
ब्रिटिश प्रधान मंत्री ने कहा कि दोनों पक्ष लैन्ड, सी , एयर स्पेश और साइबर डोमेन में नए खतरों का सामना करने के लिए मिलकर काम करने पर सहमत हुए है। साथ ही महासागरों में खतरों का जवाब देने के लिए ब्रिटेन नई लड़ाकू जेट टेक्नोलॉजी के साथ-साथ समुद्री क्षेत्र में भारत के साथ साझेदारी करेगा ताकि इसका पता लगाया जा सके और इसका जवाब दिया जा सके। जॉनसन ने मोदी का वर्णन करते हुए कहा कि "आज, हम एक नई और विस्तारित रक्षा और सुरक्षा साझेदारी पर सहमत हुए हैं। डिफेंस सेक्टर में सहयोग बढ़ाने पर भी हुए सहमत
मोदी ने कहा कि एफटीए के लिए बातचीत में "अच्छी प्रगति" हो रही है और दोनों पक्षों ने इस साल के अंत तक समझौते को खत्म करने की पूरी कोशिश करने का फैसला किया है। मोदी ने आगे कहा, "पिछले कुछ महीनों में भारत ने यूएई और ऑस्ट्रेलिया के साथ मुक्त व्यापार समझौता किया है। उसी गति से, उसी कमिटमेन्ट के साथ, हम ब्रिटेन के साथ भी एफटीए पर आगे बढ़ना चाहते हैं।" उन्होंने कहा, "हम डिफेंस सेक्टर में सहयोग बढ़ाने पर भी सहमत हुए हैं। डिफेंस सेक्टर में, हम मैन्यूफैक्चरिंग, प्रौद्योगिकी, डिजाइन और विकास में 'आत्मनिर्भर भारत' के लिए ब्रिटेन के समर्थन का स्वागत करते हैं।"