क्रिप्‍टो करेंसी पर भारत और पाकिस्‍तान ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। भारतीय रिजर्व बैंक आरबीआई ने बैंकों से कहा है कि वे बिटक्‍वाइन जैसी क्रिप्‍टो करेंसी से कोई संबंध न रखें। वहीं पाकिस्‍तान के केंद्रीय बैंक ने क्रिप्‍टो करेंसी को अवैध घोषित कर दिया है। बिटक्‍वाइन की कीमतें भारत में लड़खड़ा गईं हैं। दुनिया भर में बिटक्‍वाइन की चमक फीकी पड़ने लगी है और वह अपनी कीमत का प्रीमियम स्‍तर खो चुका है।


लोकल एक्सचेंज पर भरभरा गईं बिटक्वाइन की कीमतेंमुंबई (रॉयटर्स)। एक दिन पहले आरबीआई ने बैंकों पर वर्चुअल करेंसी से किसी प्रकार के संबंध रखने पर रोक लगा दी है। इसके बाद से स्थानीय एक्सचेंज में बिटक्वाइन सहित अन्य क्रिप्टो करेंसी की कीमतें औंधे मुंह गिर गईं। वहीं शुक्रवार को ही बाद में पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने एक अलग वकतव्य में क्रिप्टो करेंसी को पाकिस्तान में अवैध घोषित करार दिया। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों से क्रिप्टो करेंसी ट्रांजेक्शन बंद करने को कहा है। बैंक ने कहा है कि वे क्रिप्टो करेंसी से ट्रांजेक्शन करने वाले ग्राहकों को इनकार कर दें। साथ ही क्रिप्टो करेंसी के जरिए पाकिस्तान के बाहर लेन-देन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।भारत में सरकार, आरबीआई ने पहले ही चेता दिया था
भारत सरकार और आरबीआई ने बिटक्वाइन और अन्य क्रिप्टो करेंसी को लेकर लोगों को पहले ही चेतावनी जारी कर दी थी। साल की शुरुआत में ही सरकार ने डिजिटल करेंसी से लेन-देन न करने की चेतावनी देते हुए उसे अवैध ठहरा दिया था। आरबीआई ने बृहस्पतिवार को कहा कि वर्तमान व्यवस्था में किसी प्रकार की वर्चुअल करेंसी में लेन-देन मान्य नहीं होगा। आरबीआई की घोषणा के बाद से ही बिटक्वाइन की कीमत क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर धड़ाम हो गई। क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज क्वाइनोम ने कहा कि आरबीआई के बयान के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 4,29,539 रुपये से लुढ़कते हुए 3,50,000 के निम्न स्तर पर पहुंच गई।बयान से पहले 5 फीसदी प्रीमियम पर था कारोबारद ब्लॉक चेन एंड क्रिप्टो करेंसी कमेटी के को-फाउंडर विशाल गुप्ता ने कहा कि आरबीआई की घोषणा से पहले बिटक्वाइन 5 प्रतिशत के प्रीमियम पर कारोबार कर रहा था। अब इसमें अच्छी-खासी गिरावट के साथ कारोबार देखने को मिल रहा है। इंडस लॉ के प्रिंसिपल एसोसिएट के पद पर टेक्नोलॉजी लॉ एक्सपर्ट नमिता विश्वनाथ ने कहा कि यह एक आक्रामक कदम है। आरबीआई इसके मिसयूज पर नियंत्रण करना चाहता है जिसका आने वाले समय में बड़े पैमाने पर असर होगा और इस पर एकसाथ पूरी तरह से रोक लग जाएगी। शुक्रवार को बाद में आरबीआई ने एक विस्तृत सर्कुलर जारी किया है जिसमें बैंकों से क्रिप्टो करेंसी से जुड़े सभी संबंध अगले तीन महीने की समय सीमा में पूरी तरह से खत्म करने को कहा है। भारत सरकार क्रिप्टो करेंसी को पोंजी स्कीम जैसी बता चुकी है, जो निवेशकों को कम समय में ज्यादा मुनाफा देकर फांसते हैं।

Posted By: Satyendra Kumar Singh