भारत बनाम इंग्लैंड के बीच लाॅर्ड्स में खेला गया दूसरा टेस्ट टीम इंडिया के नाम रहा। भारत ने आखिरी दिन ये मुकाबला 151 रनों से जीता। इस जीत में भारतीय गेंदबाजों का अहम योगदान रहा जिन्होंने पहले बल्ले और फिर गेंद से कमाल का प्रदर्शन किया।

कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। भारत बनाम इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला लाॅर्ड्स में खेला गया। जिसमें टीम इंडिया को 151 रन से जीत मिली। इस जीत के साथ ही भारत ने 1-0 की बढ़त बना ली है। भारत ने मेजबान इंग्लैंड को आखिरी पारी में जीत के लिए 271 रन का लक्ष्य दिया था मगर पूरी टीम 120 रन पर ऑलआउट हो गई। इसी के साथ भारत ने ये मुकाबला अपने नाम किया। बता दें भारत को ये जीत आखिरी घंटे में मिली। अगर कुछ देर और इंग्लिश बल्लेबाज क्रीज पर टिक जाते तो यह मैच ड्रा हो जाता मगर भारतीय गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी कर ये मुकाबला अपने नाम कराया।

सिराज-बुमराह ने ढाया कहर
तेज भारतीय गेंदबाज मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह ने अपनी घातक गेंदबाजी से अंग्रेजों की एक न चलने दी। सिराज ने दूसरी पारी में 4 विकेट लिए जबकि बुमराह ने तीन बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। इसमें सबसे बड़ा विकेट जो रूट का था, जो पिछली पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। रूट को बुमराह ने 33 रन पर विराट कोहली के हाथों कैच आउट करा इंग्लिश टीम की उम्मीदों को चकनाचूर कर दिया। इसके बाद रही सही कसर सिराज ने पूरी कर दी, जिन्होंने दो गेंदों पर दो विकेट लिए, हालांकि वह हैट्रिक से चूक गए मगर आखिरी विकेट सिराज ने ही लिया। एंडरसन को बोल्ड कर सिराज ने अंग्रेजों को आखिरी विकेट भी गिरा दिया।

बुमराह-शमी की रिकाॅर्ड पार्टरनशिप
भारत की इस जीत में भारतीय गेंदबाजों ने बल्ले से भी योगदान दिया। भारत की दूसरी पारी में बुमराह और शमी ने रिकाॅर्डतोड़ पार्टनरशिप की। दोनों बल्लेबाजों ने 9वें विकेट के लिए भारत की तरफ से सबसे लंबी पार्टनरशिप की। इन दोनों बल्लेबाजों ने नाबाद रहते हुए 89 रन जोड़े। जिसमें शमी ने अपना अर्धशतक भी पूरा किया। इससे पहले यह रिकाॅर्ड कपिल देव और मदन लाल के नाम था जिन्होंने इंग्लैंड में 1982 में 66 रन की साझेदारी की थी।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari