नए साल में सपनों को करना है पूरा तो गांठ बांध लें यह बात
जीन तीसरी क्लास में थी। उसकी टीचर ने क्लास को एक एसाइनमेंट दिया। सभी को एक रिपोर्ट तैयार करनी थी कि वह बड़े होकर क्या बनना चाहते हैं। जीन के पिता किसान का काम करते व छोटी बस्ती में हते थे। वह वहीं पली-बढ़ी थी और विमान व उड़ान भरने के बारे में सपने देखा करती थी। उसने अपने दिल की सारी बातें और सपने कागज पर लिख दिए। वह बादलों की खेती करना चाहती थी और पायलट बनना चाहती थी। उसे अपने एसाइनमेंट में डी ग्रेड मिला। उसकी टीचर के अनुसार यह परियों की कहानी थी।
साल गुजरते गए। जीन हाई स्कूल में पहुंची। इस बार उसकी नई अंग्रेजी की टीचर ने कक्षा को एक एसाइनमेंट दिया कि तुम्हारे विचार से आज से 10 साल बाद तुम क्या बनोगे। जीन ने सोचना शुरू किया पायलट? हो ही नहीं सकता। एयर होस्टेस? मैं इतनी खूबसूरत नहीं हूं? खेती मैं कर सकती हूं। यह काम उसे सुरक्षित लगा, इसलिए उसने वही लिखा। टीचर ने सारे कागज को इकट्ठा किया। 2 हफ्ते बाद उसी कागजों को वापस कर उन्होंने बच्चों से कहा कि अब कागज को पलट कर रख दो और मेरे सवाल का जवाब उस पर लिखो।
सवाल है- अगर तुम्हें मैं असीमित पैसा, सबसे बढ़िया स्कूल और काबिलियत मिल जाए तो तुम क्या करोगे? जीन ने अपने सारे पुराने सपने लिख दिए। टीचर ने पूछा- कितने बच्चों ने कागज के दोनों तरफ एक ही चीज लिखी है। एक भी हाथ ऊपर नहीं उठा। फिर टीचर ने जो बात कही, उससे जीन की जिंदगी ही बदल गई।
लाइफ बदलने वाली बातवह बोलीं- तुम्हें लाइफ में सब कुछ हासिल हो सकती है, बशर्तें कि तुम उसे दिवानगी की हद तक पाना चाहो। तुम्हारे सपनों को तुम्हें ही पूरा करना है, कोई और तुम्हारे लिए यह काम नहीं करेगा। 10 साल बाद जीन पायलट बन गई। 50 महिला एयर पायलट में अकेली चुनी गई थी जीन।काम की बातफ्रैंड्स, अपनी कमियों को अपने सपनों के रास्ते की रुकावट न बनाएं। यकीन मानें आपका हर सपना पूरा हो सकता है, आपको सिर्फ चाहना है और उसे हासिल करने की दिशा में कदम बढ़ाना है।लोग क्या सोचेंगे? यह ‘रोग’ आपको भी लगा है तो पढ़ें प्रेरणादायक स्टोरीअपने नसीब को कोसना बंद करें, ऐसे तय कर सकते हैं सफलता