दिल्‍ली में चुनावी बिगुल बजने के बाद यहां चारों ओर फ‍िजाओं में रैलियां और अपीलें गूंजने लगी हैं. इसी क्रम में प्रधानमंत्री ने रविवार को यहां मतदाताओं से अपील की कि बीजेपी शास‍ित राज्‍यों के कामकाज को देखने के बाद ही वो अपने मतदान संबंधी फैसले करें. विकास के लिये बीजेपी को शासन में लायें न कि घड़ी-घड़ी धरने पर बैठने वालों को.

अन्य दलों को बताया झूठ फैलाने वाला
इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और खासतौर पर 'आप' को निशाने पर लेते हुये दोनों दलों को 'झूठ फैलाने', 'झूठे वादे करने' और पर्दे के पीछे आपस में सांठ-गांठ करने वाला बताया. नरेंद्र मोदी ने यहां एक चुनावी सभा में इन दोनों ही दलों की तीखी आलोचना की. वो बात और है कि उनके खास निशाने पर 'आप' ही रही. ऐसे में 'आप' पर निशाना साधते हुये उन्होंने कहा कि दिल्ली को इस समय एक स्थिर सरकार की जरूरत है, किसी ऐसे की जरूरत नहीं है जो बातचीत में नहीं बल्कि प्रदर्शन में विश्वास रखता हो.
झूठे इल्जामों की प्रतिस्पर्धा हुई तेज
रैली में बोलते हुये पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद को 'किस्मत वाला' बताये जाने वालों पर कटाक्ष करते हुए कहा, अगर वह ऐसे 'लकी' हैं, जिससे सत्ता में आने से पेट्रोल, डीजल और दूसरी जरूरी चीजों के दाम ही गिर जायें तो 'कोई उन्हें वोट क्यों दे जो 'अनलकी' हैं.' ऐसे सुझावों को और आगे बढ़ाते हुये आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'वे दो पर्टियां, जिन्होंने पर्दे के पीछे सांठ-गांठ की है, वे इस चुनावी दंगल में हैं. अब झूठ फैलाने, झूठे वादे करने और झूठे इल्जाम लगाने की प्रतिस्पर्धा बहुत तेजी के साथ चल रही है... दिल्ली की फिजाओं में झूठ के बादल तेजी के साथ छाये हुये हैं और जनता को मूर्ख बनाने के लिए वे झूठ का सहारा ले रहे हैं.'
'राज्य को चाहिये समझदार और संवेदनशील सरकार'
रैली में उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली को आज समझदार और संवेदनशील सरकार और राज्य के शीर्ष पद पर एक ऐसे विशेष व्यक्ति की सबसे ज्यादा जरूरत है, जिसे मानव मूल्यों की थोड़ी बहुत भी समझ हो और जिसने शहर की जनता के लिये दिल से काम किया हो. पीएम मोदी ने कहा कि पिछले साल 'आप' और कांग्रेस ने दिल्ली में सरकार बनाने के लिए पर्दे के पीछे से आपस में हाथ मिलाया था, लेकिन उसके बाद फिर से चुनाव कराने की घोषणा के साथ ही वे दोनों मीडिया में खास जगह पाने के लिये ऐसे झूठ फैलाने की आपसी प्रतिस्पर्धा में जुट गये, जिससे सनसनी फैल सके. दिल्ली में द्वारका की चुनावी सभा में पीएम ने कहा कि दिल्ली को ऐसी सरकार की जरूरत है, जो राष्ट्रीय राजधानी की समस्याओं को जड़ से हल कर सके.
'धरना देने वाला कब सोचेगा जनता के बारे में'
'आप' के नेता अरविंद केजरीवाल का नाम लिये बिना पीएम मोदी ने उन्हें निशाने पर लेते हुये कहा कि अगर ऐसे व्यक्ति को वोट दिया गया, जो टीवी मीडिया में जगह पाने के लिए सिर्फ और सिर्फ 'धरना' देने में ही विश्वास रखता हो, तो इससे दिल्ली को बहुत नुकसान होगा. फिर जनता के बारे में सोचने का समय किसके पास रह जायेगा. इस बार के चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत से आगे लाने की अपील करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगर दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनी तो उसके मुख्यमंत्री को हर तरह से मोदी का भय होगा और वह इसी डर से ही सही, लेकिन काम करके दिखायेगा. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली को एक बहुमत सरकार की जरूरत है. एक ऐसी सरकार की जिस पर विश्वास किया जा सके.

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Posted By: Ruchi D Sharma