पीएनबी घोटाले के बाद सुरक्षित हुआ SWIFT, यह पेमेंट सर्विस भारत में सबसे पहले ICICI Bank को
ज्यादा पारदर्शी हुई स्वीफ्ट की पेमेंट सर्विसमुंबई (प्रेट्र)। नई सर्विस की घोषणा पर स्वीफ्ट ने दावा किया है कि दो देशों के बैंकों के बीच होने वाली यह पेमेंट सर्विस पहले से ज्यादा पारदर्शी हुई है। स्वीफ्ट ने भारत के इतिहास में सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला प्रकरण सामने आने के एक सप्ताह बाद ही इस सेवा में सुधार कर दिए थे। ध्यान रहे कि हीरा कारोबारी नीवर मोदी ने पीएनबी को 12,900 करोड़ रुपये का चूना लगा दिया था।एलओयू पर बैन, परेशानी में हैं आयातकआरोप था कि स्वीफ्ट प्लेटफार्म का गलत ढंग से इस्तेमाल करके पीएनबी के कुछ अधिकारियों ने नीवर मोदी को विदेशों में धन मुहैया कराया था। इस घोटाले के बाद कई बदलाव किए गए थे, जिसमें लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) जारी करने पर रोक लगाना भी शामिल था। एलओयू पर रोक से आयातकों को काफी परेशानी का सामाना करना पड़ रहा है।
नई सर्विस से रीयल टाइम पेमेंट ट्रैकिंग
स्वीफ्ट के भारतीय उपमहाद्वीप की प्रमुख किरण शेट्टी ने कहा कि इंटरनेशनल ट्रेड ग्लोबलाइजेशन की बैकबोन है और भारत के विकास के लिए यह जरूरी है। नई सेवा देश की सभी कंपनियों के लिए मददगार साबित होगी। उन्होंने कहा कि इस सर्विस में बैंक के सभी संदेशों और निर्देशों का रीयल टाइम पेमेंट ट्रैकिंग सुविधा ग्लोबल लेवल पर है।फ्रॉड पर पेमेंट कैंसिल का खोज रहे विकल्पको-ऑपरेटिव इस फीचर को भी जोड़ने का विकल्प तलाश रहा है, जिससे फ्रॉड या किसी प्रकार की गलती का पता चलने पर पेमेंट रोका जा सके या उसे कैंसिल किया जा सके। शेट्टी ने कहा कि मजबूत अर्थव्यवस्था में भरोसेमंद सहयोगी होने चाहिए। दावा है कि नई सर्विस स्वीफ्ट जीपीआई ईज ऑफ डूईंग बिजनेस में मददगार साबित होगी।नई सेवा पारदर्शिता को लेकर प्रतिबद्धउन्होंने कहा कि सैकड़ों हजारों जीपीआई (ग्लोबल पेमेंट्स इनोवेशन) पेमेंट रोजाना हो रहे हैं। इनका मिनटों में सेटलमेंट हो जाता है, कुछ तो सेकेंडों में ही पूरे हो जाते हैं। आईसीआईसीआई बैंक के कार्यकारी निदेशक विजय चंडोक ने कहा कि वे पारदर्शिता के लिए प्रतिबद्ध हैं। नई सेवा नये मानकों के अनुरूप सेवा देने में पूरी तरह से मददगार साबित होगी।