लीबिया में पूर्व शासक कर्नल गद्दाफ़ी की मौत के बाद जिस एक चीज़ का प्रचलन खूब बढ़ गया है वो है आइसक्रीम.


अक्सर कहा जाता है कि आइसक्रीम का असली स्वाद लेना है तो इटली जाना चाहिए लेकिन अब ऐसा लगता है कि इटली का पूर्व उपनिवेश लीबिया आइसक्रीम का नया गढ़ बनता जा रहा है. लीबिया में क्रांति से पहले राजधानी त्रिपोली में इक्का दुक्का आइसक्रीम पार्लर ही दिखते थे लेकिन अब जैसे इन पार्लरों की बहार आ गई है. एक आइस्क्रीम पार्लर के मालिक हुसैन बानौर कहते हैं, "यहां आइसक्रीम का बड़ा बाज़ार है. लीबिया के लोगों को इस पर गर्व है क्योंकि यहां पहले आइसक्रीम पार्लर नहीं थे." ये पार्लर इतने लोकप्रिय हो रहे हैं कि आज त्रिपोली के लगभग हर व्यस्त सड़क पर नज़र आने लगे हैं. लंबी कतार


राजधानी के एक व्यवसायिक केंद्र गर्गारेश में एक नया पार्लर खुला है जिसका नाम रखा गया है 'जिलातिलतालिया'. इस पार्लर की मालकिन रूवेदा अल-रायेस हैं और उन्हें सर्दी के मौसम में अपना ये दूसरा आइसक्रीम पार्लर खोलते हुए बिल्कुल हिचक नहीं हुई. उनकी दुकान के खुलने के चंद मिनटों में ही बाहर बच्चों और बूढ़ों की लंबी कतार लग गई थी.

उनके पार्लर में 36 तरह की आइसक्रीम मिलती है जिसे लोग बेहद पसंद कर रहे हैं. रायेस कहती हैं, "क्रांति के बाद लीबिया में कई लोग नई दुकानें, नए कैफे खोलना चाहते थे- वो नई लीबिया देखना चाहते हैं." रूविदा अल रायेस का कहना है कि कई लीबियाई नागरिक इटली घूमने के लिए जाते हैं और वहां से नए व्यवसाय का तरीका सीख कर आते हैं. इटली की ही तर्ज पर यहां पिज्जा रेस्तरां, कॉफी शॉप और आइसक्रीम पार्लर खुलने लगे हैं.आइसक्रीम के नए व्यवसायियों में लगभग सभी मानते हैं कि उनके उद्योग की सफलता के पीछे लीबियाई लोगों का खाने से विशिष्ट प्रेम छिपा हुआ है. रायेस हंसी में लोटपोट होते हुए कहती हैं, "लीबियाई लोगों को खाने से प्रेम है. यहां सबसे ज़रूरी चीज़ है - खाना, खाना, खाना और सिर्फ़ खाना!"

Posted By: Garima Shukla