भारत को तीन बार U19 वर्ल्डकप दिलाने वाले वो तीन कप्तान अब कहां है
2000 में बने थे पहली बार चैंपियन
अंडर 19 क्रिकेट वर्ल्ड कप की शुरुआत 1988 में हुई थी। उसके बाद 10 साल तक यह टूर्नामेंट नहीं खेला गया। बाद में आईसीसी हर दो साल में यह टूर्नामेंट आयोजित करवाने की बात रखी। 1998 से लेकर अब तक 11 वर्ल्डकप खेले जा चुके। मगर भारत पहली बार वर्ल्ड चैंपियन साल 2000 में बना था। फाइनल में भारत का मुकाबला श्रीलंका से हुआ था और कप्तान मोहम्मद कैफ की अगुआई में भारत ने यह मैच 6 विकेट से जीता। इस टीम में युवराज सिंह भी थे। टूर्नामेंट जीतते ही कैफ और युवराज की भारत की सीनियर टीम में एंट्री हो गई और दोनों ने सालों तक क्रिकेट खेला। हालांकि कैफ का करियर युवराज जितना लंबा नहीं रहा। कैफ ने भारत की तरफ से 125 वनडे खेले जिसमें उन्होंने 2753 रन बनाए। वहीं उनके नाम 13 टेस्ट में 624 रन दर्ज हैं। कैफ ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच 2006 में खेला उसके बाद वह घरेलू क्रिकेट ही खेलते रहे। मो. कैफ एक अच्छे बल्लेबाज के साथ-साथ बेहतरीन फील्डर भी रहे।
साल 2012 में भारत की अंडर 19 क्रिकेट टीम को वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले कप्तान उन्मुक्त चंद इस मामले में सबसे अनलकी रहे। वह इकलौते ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने अपनी जूनियर टीम को विश्व खिताब दिलाया और आज तक भारत की सीनियर टीम में जगह नहीं बना पाए। करीब 6 साल हो गए, उन्मुक्त को कोई भी इंटरनेशनल मैच खेलने का मौका नहीं मिला। वह अभी भी घरेलू क्रिकेट खेल रहे। उन्मुक्त की उम्र 24 साल हो गई है। उन्होंने 60 फर्स्ट क्लॉस क्रिकेट खेले हैं जिसमें 34.23 की औसत से 3184 रन बनाए। हालांकि आईपीएल में वह मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स की टीम का हिस्सा भी रहे हैं।U19 वर्ल्ड कप : भारत का पहला मैच आज, भारतीय सीनियर क्रिकेट टीम से 1 बार ज्यादा वर्ल्ड कप जीता है जूनियर टीम ने