कैसी है तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता की हालत और कैसा रहा उनका अब तक राजनीतिक सफर
22 सितंबर को पहली बार आयीं थीं अस्पताल
जयललिता को 22 सितंबर को अस्पताल में भर्ती किया गया था। कई डॉक्टरों ने उनका इलाज किया जिसमें ब्रिटेन से आए विशेषज्ञ भी शामिल हैं। हफ्तों तक आईसीयू में भर्ती होने के बाद उन्हें कुछ ही दिन पहले स्पेशल रूम में लाया गया था। जहां पार्टी के मुताबिक 'लोगों से मिलने के लिए ज्यादा जगह थी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने कुछ दिन पहले एक बयान जारी कर अपनी सेहत में आए सुधार को 'पुनर्जन्म' बताया था और कहा था कि वह पूरी तरह स्वस्थ होकर जल्द से जल्द काम पर लौटना चाहती हैं।
रविवार को वापस अस्पताल में भर्ती
4 दिसंबर रविवार की शाम जयललिता को दिल का दौरा पड़ने के चलते फिर से अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी हालत बेहद नाजुक बतायी जा रही थी। चेन्नई के अपोलो अस्पताल ने रविवार शाम बताया कि वह हृदय विशेषज्ञ समेत कई विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में हैं। दिल्ली से एम्स की एक टीम पिछले करीब ढाई महीने से चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती जयललिता को देखने जा रही है। 68 वर्षीय जयललिता को हार्ट अटैक होने की खबर लगते ही चेन्नई स्थित अपोलो अस्पताल के बाहर उनकी कुशलक्षेम जानने के लिए अन्नाद्रमुक के रोते-बिलखते कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा कि तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता की हालत खतरे से बाहर है। इसके बावजूद उहापोह की स्थिति बनी हुई है जिसके चलते लोगों में बेचैनी है और राज्य में सभी सुरक्षा एजेंसियों का अलर्ट पर रख दिया गया है।
जयललिता की हालत के मद्देनजर ऐहतियात के तौर पर राज्य में स्कूल और कॉलेज को बंद कर दिया गया है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को मुस्तैद रहने के आदेश दिए गए हैं। रैपिड एक्शन फोर्स की नौ यूनिट को भी जरूरत पड़ने पर भेजने के लिए तैयार रखा गया है। अर्धसैनिक बलों को भी सचेत रहने के निर्देश मिले हैं। इस बीच अस्पताल के बाहर भारी संख्या में समर्थकों का जमावड़ा है, जिसके चलते पुलिस ने बैरिकेटिंग लगा दी है। राष्ट्रपति, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, डीएमके प्रमुख करुणानिधि, विधानसभा में विपक्ष के नेता स्टालिन और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
कैसे बनी जयललिता अभिनेत्री से अम्मा
अस्पताल में स्वास्थय के लिए संघर्ष कर रही जे जयललिता अन्ना द्रमुक की वर्तमान महासचिव और तमिलनाडु की मुख्यमंत्री हैं। उन्हें राज्य की दूसरी महिला मुख्यमंत्री बनने की उपलब्धि प्राप्त हैं। जयललिता ने बतौर अभिनेत्री अपने करियर की शुरुआत की थी। वे मुख्य रूप से तमिल फिल्मों की अभिनेत्री थीं, किन्तु उन्होंने तमिल के अलावा तेलुगू, कन्नड और एक हिंदी तथा एक अंग्रेजी फिल्म में भी काम किया है। जयललिता ने एम॰जी॰ रामचंद्रन के साथ 1982 में राजनीतिक करियर की शुरुआत की। वे 1984 से 1989 के दौरान तमिलनाडु से राज्यसभा की प्रतिनिधि रहीं। 1987 में रामचंद्रन का निधन के बाद उन्होने खुद को रामचंद्रन की विरासत का उत्तराधिकारी घोषित कर दिया। 24 जून 1991 से 12 मई 1996 तक तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनी जयललिता राज्य की पहली निर्वाचित सबसे कम उम्र की मुख्यमंत्री रहीं। अप्रैल 2011 में जब 11 दलों के गठबंधन ने 14वीं राज्य विधानसभा में बहुमत हासिल किया तो वे तीसरी बार मुख्यमंत्री बनीं। इसके बाद उन्होंने 16 मई 2011 को मुख्यमंत्री पद की शपथ लीं और तब से अब तक वे राज्य की मुख्यमंत्री हैं। राजनीति में उनके समर्थक उन्हें अम्मा और कभी कभी पुरातची तलाईवी यानि 'क्रांतिकारी नेता' कहकर बुलाते हैं।