चीन: 9 साल बाद प्रदर्शनकारियों पर किया गया आंसू गैस का इस्तेमाल
आंसू गैस के सामने डटे प्रदर्शनकारी
अंतरराष्ट्रीय आर्थिक केंद्र हांगकांग में दंगा पुलिस के सामने डटकर खड़ी भीड़ में ऐसे दुर्लभ दृश्य भी देखने को मिला, जब प्रदर्शनकारी नेता समर्थकों को यह नसीहत देते दिखे कि यदि रबर की गोलियां दागी जाती हैं, तो वे पीछे हटकर अपनी जिंदगी बचायें. खुद को आंसू गैस से बचाने के लिये छिपाने की कोशिश करते प्रदर्शनकारी अधिकारियों के समक्ष 'शर्म करो' के नारे लगा रहे थे. इनमें से कई अधिकारियों ने गैस मास्क एवं अन्य सुरक्षा उपकरण पहन रखे थे. आपको बता दें कि पिछली बार हांगकांग में आंसू गैस का इस्तेमाल साल 2005 में किया गया था.
प्रदर्शनकारियों की संख्या में बढ़ोत्तरी
सप्ताह भर छात्रों के नेतृत्च वाले विरोध प्रदर्शनों से सड़कों पर गुस्साये लोगों का हुजूम उमड़ आया है. इससे शहर में प्रदर्शनों में नाटकीय ढंग से वृद्धि हुई है, जिससे कभी-कभी इस तरह की हिसा भी नजर आती है. प्रदर्शनकारी सार्वभौमिक मताधिकारों की अपनी मांगों पर अड़े हुये हैं. बीजिंग ने पिछले माह कहा था हि वह शहर के नेता के लिये 2017 में चुनाव होने देगा लेकिन उम्मीदवारों की भली प्रका रसे जांच वह खुद ही करेगा. इस फैसले को नकली लोकतंत्र कहा जा रहा है.
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