ये जहर जीवन देगा
साइंटिस्ट्स का इंपार्टेंट अचीवमेंट ये है कि फिलहाल उन्होने मधुमक्खी के पॉइजन को भी जीवनदायनी बना दिया है. मधुमक्खी के पॉइजन में पाए जाने वाले नैनो पार्टिकल्स HIV के वाइरस को खत्म करने में हेल्रपफुल होंगे, इससे आसपास की वेन्स को भी कोई नुकसान नहीं होगा. सेंट लुईस में वाशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसीन के रिसर्चस ने कहा कि यह रिसर्च वजाइना जेल को डेवलप करने के डायरेक्शन में इंपार्टेंट स्टेप है जो ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (एचआइवी) को रोकने में हेल्पफुल होगा.इस वायरस के कारण ही एचआइवी फैलता है.
रिसर्चर जोशुआ एल.हुड ने कहा, ‘लोग इस जेल का यूज इनीशयल इंफेक्शन को रोकने के लिए करते हैं.’ मधुमक्खी के पॉइजन में पॉवरफुल पॉइजन पाया जाता है जिसे मेलिटीन कहते हैं, यह एचआइवी वायरस से इफेक्टेड एरिया के आसपास कॉम्प्लीकेटेड जगहों को डिस्ट्रॉय करने में केपेबल है लेकिन इसका जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल डेनजरस हो सकता है. रिसर्च के अकार्डिंग नैनोपार्टिकल में लगे मेलिटीन से रेग्युलर वेन्स को कोई नुकसान नहीं होता है. यह वायरस के फार्मेशन के नीडफुल पोरशन पर अटैक करते हैं. जबकि ज्यादातर एंटी एचआइवी मेडिसिन्स वायरस की एबिलिटी पर अटैक करके इंफेक्शन को रोरने की कोशिश करती हैं. यह रिसर्च एंटीवायरल थेरेपी में पब्लिश हुआ है.