इस दिवाली आयुष्मान खुराना कर रहे नेक काम, कूड़ा बीनने वाली महिलाओं के चेहरे पर लाएंगे मुस्कान
मुंबई (आईएएनएस)। दिवाली के मौके पर चंडीगढ़ में परिवार के साथ समय बिताने के अलावा अभिनेता आयुष्मान खुराना और उनकी पत्नी ताहिरा कश्यप ने त्यौहारों के मौसम में नई मुहिम शुरु की है। ये कपल इस दिवाली उन महिलाओं के चेहरे पर खुशी लाने जा रहा जो सड़क पर कूड़ा बीनती हैं। आयुष्मान ने इस बार फैसला किया है वह घर आए मेहमानों को वो उपहार देंगे, जिन्हें उन महिलाओं ने बनाया है जो कभी कूड़ा उठाती थीं। गुलमेहर नाम की गैर लाभकरी संगठन से जुड़ी ये महिलाएं अपने हाथ से दिये और मोमबत्तियां बनाती हैं। आयुष्मान इस बार इन्हीं का इस्तेमाल करेंगे। बता दें बाॅलीवुड एक्टर ने इस साल दिवाली पर अपने बच्चों के साथ चंडीगढ़ जाने का भी फैसला किया है और ये दीवाली पूरा खुराना परिवार एक साथ मनाएगा।
गुलमेहर कूड़ा बीनने वाली महिलाओं का एक सामूहिक समूह है जो पर्यावरण बचाने के लिए भी काम करती है। इनका मानना है कि सुंदर उत्पाद बनाने से पर्यावरण और सामाजिक विकास होता है। इस दिवाली हैंडमेड उपहारों को लेकर आयुष्मान ने कहा, "दिवाली किसी को विशेष महसूस कराने के बारे में है। जबकि हम अपने परिवारों के साथ मनाते हैं, हमें सचेत रहने की आवश्यकता है कि कई अन्य लोग हैं, जिनका हम समर्थन कर सकते हैं और उनके चेहरे पर मुस्कान भी ला सकते हैं। इन उत्पादों को उपहार में देकर, हम उन्हें इस खुशी में शामिल करना चाहते हैं। हमें उम्मीद है कि हम इसका समर्थन कर, अधिक से अधिक जानकारी फैलाने में सक्षम रहेंगे।'ऐसी महिलाओं का हो विकासवहीं आयुष्मान की पत्नी ताहिरा मानती हैं कि, "हमने इन महिलाओं (पड़ोस से आने वाली महिला रैगपिकर्स, जिन्हें शिल्प सिखाया गया था) द्वारा बनाए गए उपहारों को चुना है ताकि वे जो अच्छा काम कर रही हैं। हम चाहते हैं कि उन्हें तरक्की मिले। हम ध्यान केंद्रित करने और उनके जीवन को उजागर करने के लिए अपना पूरा प्रयास कर रहे हैं, जो कि केवल जीने के लिए खतरनाक काम करने में बर्बाद नहीं होना चाहिए। हमें ऐसी अनगिनत महिलाओं के भविष्य को सुरक्षित करने की आवश्यकता है। इसलिए हम चाहते हैं कि बहुत से लोग उनके काम के बारे में और बदले में जानें। उनका समर्थन करें।'