तो इसलिए यहां की ज्यादातर महिलाएं हैंं कुंवारी
लेस्बियन बनने को मजबूर है महिलाएं सीरिया में चल रहे गृहयुद्ध की वजह से युवा पुरुष आए दिन मारे जा रहे हैं। बहुत सारे कैद में बंद हैं। बुरे हालातों से तंग आकर युवा दूसरे देशों में पलायन कर रहे हैं। यहां अविवाहित महिलाओं के लिए जीवनसाथी तलाशना रेगिस्तान में पानी ढूंढऩे जैसा हो गया है। रिपोर्ट में शामिल महिलाओं का कहना है इस देश में गे रिलेशनशिप पर तो बैन है लेकिन मौजूदा हालात में लेस्बियन संबंध मौखिक रूप से स्वीकार्य किया जा रहा है। 32 वर्षीय शुकरान ने बताया युद्ध की वजह से ज्यादातर युवा अनिवार्य सैन्य सेवा कर रहे हैं। अधिकतर महिलाएं युद्ध में पतियों के शहीद हो जाने से विधवा हो गई हैं। गृहयुद्ध ने छीन ली है देश की रौनक
गृहयुद्ध के चलते बाजारों से रौनक गुम हो चुकी है। यहां तक बार भी सूने पड़े रहते हैं। शुकरान के साथ भी अच्छा नहीं हुआ। उनकी शादी बॉयफ्रेंड से इसलिए नहीं हो पाई क्योंकि वह क्रिश्चियन था और वह मुस्लिम। ऐसा नहीं है कि बॉयफ्रेंड के साथ सैटल नहीं होने के कारण अब वह घर बसाना नहीं चाहती है। लेकिन उनकी सभी इच्छाओं को पूरी करने वाला और परिवार को अच्छे से चलाने वाला कोई मिस्टर राइट नहीं मिल रहा है। अब शुकरान यहां तक कहती है कि वह मां बनना चाहती है। मां बनने के लिए उसका शादी करना जरूरी है।बूढे़ मर्दो से संबंध बनाने को मजबूरसीरिया में चल रहे गृहयुद्ध का दूसरा यह है कि दमिश्क में जवान महिलाओं को बुढ़े लोगों का शिकार होना पड़ रहा है जिनकी उम्र करीब 50 साल है। ऐसे लोग या तो सेक्स करना चाहते हैं या फिर दूसरी पत्नी के रूप में उन्हें रखना चाहते हैं। दमिश्क की कमोबेश हर महिला के साथ यही हो रहा है। शुकरान ने स्वीकारा कि महिलाओं की भी इच्छाएं होती हैं। उन्हें बाहर घूमने का मन करता है। महिलाओं को लगता है कि उनकी उम्र बढ़ती जा रही है और वे अब तक कुंवारी हैं। अकेले ना रहने के कारण वे बुढ़ें पुरुषों की हर बात मान रही हैं।युवाओं की कमी झेल रहा है सीरिया
गृहयुद्ध से प्रताडि़त 23 साल की शिक्षिका यारा का कहना है कि अब सीरिया में हालात बदतर हो गए हैं। दोस्तों के बीच हर चार लड़कियों में एक लड़का है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो वो दिन दूर नहीं जब एक पुरुष के चार-चार पत्नियां होने की नौबत आ जाए। ज्यादा आश्चर्य तब होगा जब महिलाओं को भी ऐसा करने में संकोच नहीं होगा। कारण यहां पुरुषों का मिलना दुभर हो जाएगा। यारा का कहना है कि लड़कों की कमी के कारण उसकी 10 से 12 प्रतिशत फीमेल फ्रेंडस लेस्बियन बन चुकी हैं।