ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी के हाल ही में अपने तीन दिवसीय दौरे पर भारत आए हैं। इस दौरान उनका भव्‍य स्‍वागत हुआ है। आज उनका यहां आखिरी दिन है। इस दौरान दिल्ली के हैदराबाद हाउस में इरान और भारत के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की शुरुआत हो चुकी है। बतादें क‍ि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हसन रूहानी की यह कोई पहली मुलाकात नही है। आइए जानें हसन रूहानी से जुड़ी खास बातों के बारे में...


दोबारा चुने गए राष्ट्रपति पर पर ईरान की जनता ने बीते साल एक बार फिर राष्ट्रपति हसन रूहानी पर विश्वास जताया था। उन्हें दोबारा वहां का राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी सौंपी थी। रूहानी पहली 2013 में राष्ट्रपति चुने गए थे। कई बड़ी उपलब्धियां हासिल हुईईरान की जनता हसन रूहानी को उदारवादी मानती है। हसन रूहानी के शासनकाल को कई बड़ी उपलब्धियां हासिल हुई। ईरान का पश्चिमी देशों के साथ परमाणु समझौता होना इनमें से एक है। भारत और ईरान चर्चा में रहाभारत और ईरान अपने रिश्तों के लिए साल 2001 में पूरी दुनिया में चर्चा में रहा था। भारत के गुजरात में आए विनाशकारी भूकंप में ईरान ने मदद के लिए सबसे पहले मदद का हाथ बढ़ाया था। रूहानी के लिए मिर्जा गालिब के शेर
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब 2016 में ईरान गए थे उस समय राष्ट्रपति हसन रूहानी ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया था। इस दौरान मोदी ने उनके लिए मिर्जा गालिब के शेर पढ़े थे। एक शानदार तोहफा भी दिया था


इतना ही नहीं इस मौके पर पीएम ने उन्हें एक शानदार तोहफा भी दिया था। उन्होंने राष्ट्रपति रूहानी रामायण की प्रति भी भेंट की थी। यह को  1715 सुमैर चंद की फ़ारसी में अनुवादित रामायण थी।गैद मर्द से चूड़ी पहनना ही नहीं महिला-पुरुष का साथ खाना भी है गुनाह, जारी हुए फतवे

Posted By: Shweta Mishra