हसन रूहानी ने रविवार को देश की संसद के समक्ष ईरान के सातवें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली. सरकारी टेलीविजन पर शपथ ग्रहण समारोह के सीधे प्रसारण के दौरान उन्होंने संविधान का पालन करने और ‘इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान’ की रक्षा करने का वचन दिया.


दुनिया के कई देशों के नेता शामिलशपथ ग्रहण समारोह में विश्व के कई देशों के नेता शामिल हुए. इनमें भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी भी हैं. रूहानी ने अंसारी को भारत के साथ संबंध और मजबूत करने का भरोसा दिया. उधर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को लिखे पत्र में 76 सीनेटरों ने कहा है कि जब तक ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम से पीछे नहीं हटता तब तक उस पर कड़े प्रतिबंध लगाए जाने चाहिए. इसमें ओबामा से इस मुद्दे के हल के लिए राजनयिक प्रयास जारी रखने के साथ सैनिक कार्रवाई के विकल्प पर विचार करने का अनुरोध किया गया है.   परमाणु कार्यक्रम पर खुला रुख
अमेरिकी संसद के ऊपरी सदन सीनेट द्वारा ईरान के तेल क्षेत्र, खनन और निर्माण उद्योग पर नए प्रतिबंध का प्रस्ताव पास करने के कुछ दिन बाद सीनेटरों ने यह पत्र लिखा है. सोमवार को यह पत्र ओबामा को सौंपा जाएगा. रूहानी ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर अधिक खुला रुख अपनाने की बात कही है. ओबामा इस मामले में गंभीरता दिखाने के लिए उन्हें एक मौका देना चाहते हैं.

Posted By: Satyendra Kumar Singh