आज ही पैदा हुआ था वो गेंदबाज जो मैदान में तोड़ता था बल्लेबाजों की हड्डियां, बाउंड्री पर लगानी पड़ती थी पुलिस
कानपुर। 14 नवंबर 1904 को इंग्लैंड में जन्में पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर हेराॅल्ड लाॅरवुड क्रिकेट की दुनिया के सबसे विवादित क्रिकेटरों में गिने जाते हैं। साल 1933 में ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड के बीच खेले गई एक टेस्ट सीरीज में हेराॅल्ड अपनी घातक गेंदबाजी के चलते सुर्खियों में रहे। उस सीरीज में हेराॅल्ड ने डाॅन ब्रैडमैन जैसे बल्लेबाजों को घुटने पर ला दिया था। यह सबकुछ हुआ था उनकी गेंदबाजी के नए तरीके से। जी हां हेराॅल्ड ने उस वक्त दुनिया को दिखाया कि 'बाॅडीलाइन' गेंदबाजी क्या होती है जिसके आगे ब्रैडमैन जैसा बल्लेबाज भी बेबस नजर आया।बाॅडीलाइन' गेंदबाजी बनी नया हथियार
दिसंबर 1932 में इंग्लिश टीम पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने ऑस्ट्रेलिया गई थी। उस वक्त इंग्लिश टीम के कप्तान डगलस जार्डिन थे। डगलस यह सीरीज हर हाल में जीतना चाहते थे। ऐसे में वह नए हथियार के साथ मैदान में उतरे, जिसे 'बाॅडीलाइन' के नाम से जाना जाता है। इस सीरीज से पहले एशेज में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डाॅन ब्रैडमैन ने इंग्लिश गेंदबाजों की खूब धुनाई की थी। उस वक्त ब्रैडमैन ने एक सीरीज में 974 रन ठोंक दिए थे। डगलस चाहते थे कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ब्रैडमैन इस प्रदर्शन को न दोहरा पाएं, ऐसे में उन्होंने अपने गेंदबाज हेराॅल्ड लाॅरवुड के साथ ब्रैडमैन को आउट करने की प्लाॅनिंग बनाई। डगलस को पता था हेराॅल्ड काफी तेज गेंदबाज हैं और वह अगर 'बाॅडीलाइन' गेंदबाजी करेंगे तो विपक्षी बल्लेबाज पिच पर टिक नहीं पाएंगे।
मैच के दूसरे दिन भी लाॅरवुड ने अपनी घातक गेंदबाजी जारी रखी। हद तो तब हो गई जब लाॅरवुड की एक गेंद ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ओल्डफील्ड के पसलियों पर जाकर लगी। गेंद इतनी तेज थी कि बल्लेबाज की पसलियां टूट गईं थीं। इसके बाद तो मानो ऑस्ट्रेलियाई दर्शक बेकाबू हो गए फिर लाॅरवुड को सुरक्षाकर्मियों ने मैदान से बाहर निकाला। क्रिकेट बाइबिल मानी जाने वाली 'विस्डन' मैग्जीन ने इसे क्रिकेट इतिहास का सबसे डरावना टेस्ट मैच कहा था। लाॅरवुड ने पांच मैचों की इस सीरीज में कुल 33 विकेट चटकाए थे। यही नहीं 20 बल्लेबाजों को तो उन्होंने डक आउट किया। वहीं महान बल्लेबाज डाॅन ब्रैडमैन आठ पारियों में चार बार लाॅरवुड का ही शिकार बने।
माफी नहीं मांगने पर हुए टीम से बाहरऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लाॅरवुड ने भले ही घातक गेंदबाजी की मगर इंग्लैंड के लिए वह ज्यादा समय तक नहीं खेल सके। लाॅरवुड ने सिर्फ 21 टेस्ट मैच खेले जिसमें 78 विकेट अपने नाम किए। उनकी आखिरी टेस्ट सीरीज ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही थी। बाॅडीलाइन गेंदबाजी प्रकरण में आने के बाद उनकी काफी आलोचना हुई थी। लाॅरवुड पर माफी मांगने का दबाव बनाया गया मगर उनका साफ कहना था कि उन्होंने बस अपने कप्तान का आदेश माना था। बाद में यही उनके टीम से बाहर होने की वजह भी बनी।बाॅलिंग करते समय फेफड़ों से निकलता था खून, आखिरकार क्रिकेट से लेना ही पड़ा संन्यासवर्ल्ड कप सेमीफाइनल में 'नाॅटआउट' होने के बावजूद पवेलियन लौट गया था ये दिग्गज बल्लेबाज