Happy Birthday Kangana Ranaut: इस गाने के साथ दी शहीद दिवस पर श्रद्धांजलि
मुंबई, (एएनआई)। Happy Birthday Kangana Ranaut: शहीद दिवस के अवसर पर, कंगना रनोट ने अपना जन्मदिन के साथ स्वतंत्रता सेनानियों भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को श्रद्धांजलि दी और उनके बलिदान को याद किया। उन्होंने कैफी आजमी के गीत अब तुमारे हवाले वतन साथियों को गा कर उनका सम्मान किया।
बहन ने शेयर किया वीडियोView this post on InstagramThe queen 👑 would like to take this opportunity to thank all her fans, and in an exclusive treat recite a few lines from Kaifi Azmi&यs iconic poem. Drop your wish below with a 💗 and we&यll share it with her. 😀A post shared by Kangana Ranaut (@team_kangana_ranaut) on Mar 22, 2020 at 11:08pm PDTइस मौके पर कंगना की बहन रंगोली चंदेल ने ट्विटर पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें गुलाबी साड़ी में, सोने का हार और झुमके पहने हुए वे नजर आ रही हैं। वीडियो में, कंगना, जो आज अपना 33 वां जन्मदिन मना रही है, ने अपने फैंस को उनके प्यार और बेस्ट विशेज के लिए धन्यवाद भी दिया। इसके साथ क्वीन एक्ट्रेस ने उन स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद किया, जिन्होंने अंग्रेजों से भारत की आजादी के लिए अपनी जान दे दी थी। उन्होंने अब तुमारे हवाले वतन सॉन्ग को गाया और अपनी रिस्पेक्ट शो की।
View this post on InstagramThe Ranauts organised a birth pooja for the birthday of #KanganaRanaut. Goddess Durga is worshipped during this Pooja in the form of Kanyas. This is pure joy, guys. 💗 . . . . . #HappyBirthdayKanganaRanautA post shared by Kangana Ranaut (@team_kangana_ranaut) on Mar 23, 2020 at 3:50am PDTफैंस ने किया एप्रिशिएटरंगोली ने ट्विटर पर ये वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा प्रिय दोस्तों कंगना आप सभी को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं देने के लिए धन्यवाद कहती हैं। कंगना ने हमारे शहीदों के लिए कुछ पंक्तियां भी गाई हैं। जय हिंद।इस वीडियो को देखने के बाद कंगना के फैंस ने फौरन अपने रिएक्शन देने शुरू कर दिए। सभी ने उनके इस कदम और बहादुर क्रांतिकारियों को दिलों से याद करने के उनके कदम की सराहना भी की। 23 मार्च को, भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव थापर को शहादत देने के लिए श्रद्धांजलि देते हुए शहीद दिवस मनाया जाता है। 1931 में ब्रिटिश सरकार ने इन तीन भारतीय क्रांतिकारियों को फांसी की सजा दी थी। 1928 में तीनों को उप पुलिस अधीक्षक जे.पी. सॉन्डर्स की हत्या का दोषी पाया गया था। तीनों का मानना थी कि सॉन्डर्स लाला लाजपत राय की मृत्यु के लिए जिम्मेदार था।