Happy Birthday Kangana Ranaut: पांच फिल्में जिनके चलते बनीं बॉलीवुड की क्वीन
कानपुर। Happy Birthday Kangana Ranaut: कंगना रनोट ने अपने बॉलीवुड करियर की शुरूआत फिल्म 'गैंगस्टर' से की जिसमें वे इमरान हाशमी के साथ नजर आईं। इस फिल्म के रिलीज के साथ ही उन पर एक बोल्ड एक्ट्रेस का ठप्पा लग गया। माना जाने लगा कि वे सिर्फ ग्लैमरस और बोल्ड रोल्स में ही जंचेंगी। उपर से उनकी आवाज का डिफरेंट टेक्स्चर भी उनको सीरियस एक्ट्रेस के तौर पर स्टेबलिश होने में दिक्कत कर रहा था। इन सबके बावजूद उत्तराखंड के एक छोटे से इलाके की रहने वाली इस एक्ट्रेस ने अपने आप को साबित करने का जो इरादा किया था उससे वे पीछे नहीं हठीं, और आखिरकार वो दिन आया जब कंगना ने खुद को साबित किया और आज उनकी पहचान एक गंभीर एक्ट्रेस होने के साथ साथ पॉवरफुल वोमेन सेंट्रिक किरदार निभाने वाली अभिनेत्री की बन चुकी है। आइये जाने उन टॉप फाइव फिल्मों के बाके में जिन्होंने कंगना को मजबूत बेस देकर बॉलीवुड में क्वीन का दर्जा दिलवाया।
'फैशन'इस फिल्म में कंगना प्रियंका चोपड़ा के साथ सपोर्टिंग रोल में थी, इसके बावजूद अपने किरदार में उन्होंने जो जान डाली उसने पहली बार ये साबित किया कि वे एक पोटेंशियल एक्ट्रेस भी हैं। मधुर भंडारकर के डायरेक्शन में बनी 2008 में रिलीज हुई फिल्म 'फैशन' में कंगना सुपर मॉडल सोनाली गुजराल के रोल में नजर आईं थीं जो फैशन इंडस्ट्री के डार्क साइड को दिखाती है।
हांलाकि 2019 में आई इस फिल्म की रिलीज से पहले कंगना ने 2014 में ही एक फिल्म 'रिवाल्वर रानी' में अपना एक्शन अवतार दिखाया और बिल्कुल हट कर किरदार में दिखीं जिसने उन्हें गैंगस्टर मॉल की जगह खुद डॉन की तरह दिखाया। ये फिल्म चली नहीं और उनकी ये फिल्म दमदार एक्टिंग के बावजूद अननोटिस रह गई। फिर 2015 में रिलीज हुई 'तनु वेडस् मनु रिर्टनस' जो फिल्म 'तनु वेडस् मनु' का सीक्वल थी। फिल्म ने हिट रही और कंगना को बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड भी मिला पर इस फिल्म को हमने इस लिस्ट से बाहर इसलिए रखा क्योंकि ये उनके एक निभाये जा चुके किरदार का ही विस्तार था। 'मणिकर्णिका' में वे सही माने में एक रानी के रोल में थी और खास बात ये थी कि वे इस फिल्म की र्निमाता और निर्देशक भी थीं। फिल्म को कॉमर्शियल स्सेज नहीं मिली पर उनके काम को सभी ने सराहा।
'पंगा'उनकी लेटेस्ट रिलीज 'पंगा' को एवरेज कामयाबी मिली पर फिल्म में उनके करेक्टर को क्रिटिक्स और ऑडियंस सभी ने अप्रिशियेट किया। ये एक ऐसी औरत की कहानी थी जो एक खिलाड़ी है और शादी के बाद परिवार के दायित्वों के बीच उसकी पहचान गुम होने लगती है और उसे फिर से तलाश कर खुद को स्थापित करने का संघर्ष करते हुए वो अपनी जगह बनाती है।