भारत के फेमस बिजनेस पर्सनैलिटी अजीम प्रेमजी आज अपना 74वां जन्मदिन मना रहे हैं। प्रेम जी एक ऐसी शख्सियत है जिन्होंने बिजनेस की दुनिया में अपनी कामयाबी के झंडे गाड़ दिये। उनका नाम आज न सिर्फ इंडिया में बल्कि विदेशों में भी जाना जाता है। आइये जानते है कैसे इन्होंने तेल साबुन की छोटी सी कंपनी से भारत की टॉप आईटी कंपनी 'विप्रो लिमिटेड' खड़ा कर दिया।


कानपुर। भारत के फेमस बिजनेस पर्सनैलिटी अजीम प्रेमजी आज अपना 74वां जन्मदिन मना रहे हैं। उन्हें भारत के दानवीर के रुप में भी जाना जाता है क्योंकि वह देश में किसी काम के लिए काफी चैरिटी करते हैं। अजीम प्रेमजी का जन्म मुंबई के एक गुजराती मुस्लिम परिवार में 24 जुलाई 1945 को हुआ था। साल 1966 में प्रेमजी के सिर से पिता एम.एच. प्रेमजी का साया उठने के बाद उन्हें अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी। सक्सेस हाईवे बुक के मुताबिक, पिता के निधन के बाद सिर्फ 21 साल की उम्र में ही उन्हें अपना फैमिली बिजनेस संभालना पड़ा, जबकि उन्हें इस फील्ड में ना कोई रुचि थी और ना ही अनुभव। इसी बिजनेस से उन्होंने अपनी करियर की शुरुआत की। फिर कड़ी मेहनत के बाद वह अपनी कंपनी को एक बड़ी मुकाम तक लेकर गए। आईटी सेक्टर बनाने की अलग कहानी


बताया जाता है कि प्रेमजी ने जब कारोबार संभाला उस समय उनकी कंपनी वेस्टर्न इंडिया प्रोडक्ट लिमिटेड (जिसका बाद में शॉर्ट नाम विप्रो हो गया और यही आगे चलकर कंपनी का नाम भी बन गया) वनस्पति घी, तेल और कपड़े धोने का साबुन बनाती थी। इसके बाद दूसरे प्रोडक्ट्स के साथ ही विप्रो ने आईटी सेक्टर में अपना खास मुकाम बनाया। विप्रो का आईटी सेक्टर में कदम रखने का भी एक अलग कहानी है। प्रेमजी ने उठाया मौके का फायदाबता दें कि 1979 में तत्कालीन भारत सरकार ने विश्व की बड़ी कंप्यूटर कंपनी को देश छोड़कर जाने के लिए कह दिया। दरअसल, वह कंपनी पुराने कंप्यूटर बेचकर भारत में ज्यादा मुनाफा कमा रही थी, इसलिए भारत सरकार ने इस तरह का निर्णय लिया। इस मौके का प्रेमजी ने फायदा उठाया, उन्हें लगा कि भविष्य में यह बाजार भारत में काफी आगे बढ़ेगा। यही सब सोचकर उन्होंने आईटी क्षेत्र में पैसे इन्वेस्ट कर दिए, जिसका उन्हें आगे चलकर काफी फायदा हुआ। पुराने बिजनेस से नहीं होता अधिक फायदाआज विप्रो का 7.95 अरब डॉलर का टर्न ओवर है। प्रेमजी का जो मूल बिजनेस (तेल, साबुन और घी) है, उससे सिर्फ 10 प्रतिशत टर्न ओवर आता है, बाकी 90 परसेंट टर्न ओवर सॉफ्टवेयर कंपनी से आता है। फिर भी उन्हें अपने पुराने बिजनेस पर गर्व है। उनका मानना है कि उन्हें इस बिजनेस से काफी ज्ञान मिला और इसी ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाने में मदद की। 1999 से 2005 तक भारत के सबसे धनी व्यक्ति रहे हैं प्रेमजी

इस समय प्रेमजी आईटी कंपनी विप्रो लिमिटेड के चेयरमैन हैं। विप्रो के दुनियाभर में एक लाख तीस हजार एंप्लॉई हैं। इसकी 54 देशों में ब्रांचेज हैं। विप्रो का हेड ऑफिस बैंगलोर में है। अजीम प्रेमजी कभी देश के सबसे धनी व्यक्ति रह चुके हैं। अमेरिकी बिजनेस जर्नल फोर्ब्स के मुताबिक वर्ष 1999 से 2005 तक वे भारत के सबसे धनी व्यक्ति रह चुके हैं।

Posted By: Mukul Kumar