हैप्पी बर्थडे कुंबले : किसने दिया था 'जंबो' नाम, जहां सचिन नहीं लगा पाए वहां इन्होंने लगाया शतक
कानपुर। 17 अक्टूबर 1970 को बेंगलुरु में जन्में अनिल कुंबले को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक था। वह दाएं हाथ के लेग स्पिनर रहे। अपनी जादुई गेंदबाजी से कुंबले ने बड़े-बड़े बल्लेबाजों को चलता किया है। कुंबले ने उस दौर में अपनी पहचान बनाई जब मुथैया मुरलीधरन और शेन वॉर्न जैसे स्पिन गेंदबाज दुनिया में राज करते थे। भारत की तरफ से सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज अनिल कुंबले ही हैं।
अनिल कुंबले के नाम टेस्ट क्रिकेट में कई रिकॉर्ड दर्ज है मगर टेस्ट मैच की एक पारी में 10 विकेट लेने वाला कारनामा कोई नहीं भूल सकता। कुंबले ने यह रिकॉर्ड 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ बनाया था। उस वक्त टीम इंडिया के कोच पूर्व भारतीय क्रिकेटर अंशुमान गायकवाड़ थे। गायकवाड़ की कोचिंग में कुंबले ने ऐसी करिश्माई गेंदबाजी की एक पारी में 10 पाक बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया। आपको बता दें दुनिया में सिर्फ दो गेंदबाज ऐसा कर पाए हैं। पहली बार 10 विकेट जिम लेकर ने लिए थे और दोबारा यह कारनामा कुंबले ने किया।
अनिल कुंबले ने टेस्ट क्रिकेट में वैसे तो बहुत बल्लेबाजों को चलता किया है। मगर एक मैदान पर सर्वाधिक विकेट लेने की बात करें तो कुंबले ने यह रिकॉर्ड दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर बनाया है। कुंबले ने यहां 7 टेस्ट मैच खेलकर 58 विकेट अपने नाम किए।
कुंबले ने साल 1990 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था। करीब 18 साल तक वह टेस्ट क्रिकेट का हिस्सा रहे। कुंबले ने आखिरी टेस्ट मैच 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। इस दौरान उन्होंने भारत की तरफ से कुल 132 टेस्ट मैच खेले जिसमें 619 विकेट अपने नाम किए, जिसमें एक मैच में 35 बार पांच विकेट और 8 बार दस विकेट लेने का कारनामा भी किया। वहीं वनडे क्रिकेट की बात करें तो इस दिग्गज गेंदबाज ने 1990 में श्रीलंका के खिलाफ डेब्यू करते हुए 2007 में बरमूडा के खिलाफ आखिरी वनडे खेला। कुंबले के नाम 271 वनडे मैचों में 337 विकेट दर्ज हैं। कुंबले वैसे तो अपनी जादुई गेंदबाजी के लिए जाने जाते रहे मगर इंटरनेशनल करियर में उनके नाम एक टेस्ट शतक भी दर्ज है जो उन्होंने 2007 में इंग्लैंड के खिलाफ ओवल मैदान में बनाया था। बता दें इस मैदान पर सचिन तेंदुलकर भी कभी शतक नहीं लगा पाए हैं।
अनिल कुंबले भारतीय क्रिकेट टीम के बेहतरीन खिलाड़ियों में एक रहे। वह टीम इंडिया के कप्तान के अलावा कोच भी रहे हैं। साल 1995 में उन्हें खेल पुरस्कार 'अर्जुन अवार्ड' से भी सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा 1996 में कुंबले का नाम विस्डन क्रिकेटर ऑफ द ईयर में भी जुड़ा। वहीं 2005 में कुंबले को भारत सरकार ने पद्मश्री अवॉर्ड से भी सम्मानित किया।