खुलासा : पैसा नहीं खुशी है भारतीयों के लिए सक्सेस का मूल मंत्र
यूएई और ब्राजील के बाद भारती पेशेवरमुंबई (प्रेट्र)। प्रोफेशनल नेटवर्किंग साइट लिंक्ड-इन के एक सर्वे के अनुसार, करीब 72 प्रतिशत भारतीयों ने सफलता के लिए खुश होने को चुना। 65 फीसदी ने सफलता के पीछे अच्छे स्वास्थ्य का योगदान बताया। बाकी के 57 फीसदी ने सफलता के लिए हेल्दी वर्क लाइफ को महत्वपूर्ण बताया। सर्वे में भारतीय प्रोफेशनल्स सफलता महसूस करने में तीसरे स्थान पर रहे जबकि पहले पायदान पर यूएई और दूसरे नंबर पर ब्राजील के पेशेवर रहे।पेमेंट में बढ़ोतरी से 22 फीसदी ही खुश
आम मान्यता से विपरीत सिर्फ 22 फीसदी का ही मानना था कि वेतन-भत्तों में बढ़ोतरी से सफलता मिलती है। 36 प्रतिशत ऐसे थे जो छह अंकों में सैलरी को सक्सेस मानते हैं। लिंक्ड-इन ने यह सर्वे पिछले वर्ष 12 अक्टूबर से 3 नवंबर के बीच ऑनलाइन कराया था। इसमें 16 देशों के 18,191 वयस्कों ने हिस्सा लिया था। इनमें आस्ट्रेलिया, चीन, फ्रांस, जर्मनी, हांगकांग, भारत, इंडोनेशिया, आयरलैंड, इटली, नीदरलैंड, सिंगापुर, स्पेन, ब्राजील, यूएई, यूके और अमेरिका से लोग शामिल थे।हर व्यक्ति के लिए सफलता के अलग मायने
लिंक्ड-इन में कम्युनिकेशन हेड (इंडिया) दीपा सेपटनेकर ने कहा कि पेशेवरों के मनोबल से भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास का भविष्य उज्जवल दिख रहा है। हर व्यक्ति के लिए सफलता के अलग मायने होते हैं। यह देखकर खुशी हुई कि वर्क लाइफ बैलेंस, फैमिली टाइम और हेल्थ जैसी चीजें छह अंकों में सैलरी के मुद्दे पर भारी पड़ा। सर्वे में यह भी कहा गया है कि महंगाई और काम में प्रतिद्वंद्विता के बावजूद 10 में से 1 यानी 10 फीसदी भारतीयों में सफलता की उम्मीद देखी गई, जबकि इस मामले में ग्लोबल फीगर सिर्फ 5 फीसदी है।79 प्रतिशत मानते हैं शिक्षा है तो सक्सेससर्वे में करीब 79 फीसदी भारतीय मानते हैं कि शिक्षा का सफलता में महत्वपूर्ण योगदान है। एजुकेशन से उनकी काबिलियत में बढ़ोतरी होती है। 61 प्रतिशत लोग उम्र, 56 फीसदी जेंडर और 68 फीसदी करियर को सफलता के लिए महत्वपूर्ण मानते हैं। 30 फीसदी के करीब भारतीय मानते हैं कि पेशेवर सफलता से ज्यादा सामाजिक सफलता महत्वपूर्ण है। ऐसा मानने वालों का ग्लोबल एवरेज 22 प्रतिशत है। सर्वे में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि अच्छे दोस्त भी सफलता की एक वजह होते हैं। नई हॉबी के लिए समय निकालने और ट्रैवल से भी सफलता के मौके मिलते हैं।