वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के न्यायालय द्वारा आदेशित वीडियोग्राफी सर्वेक्षण का तीसरा दिन सोमवार सुबह कड़ी सुरक्षा के साथ शुरू हुआ। यह सर्वे वैशाख पूर्णिमा के लिए मंदिर में आने वाले भक्तों की भारी भीड़ के बीच शुरू हुआ था।


वाराणसी (एएनआई)। वाराणसी के पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने कहा, न्यायालय आयोग तीसरे दिन ज्ञानवापी मस्जिद सर्वेक्षण कर रहा है। साथ ही बताया कि हमने आज वैशाख पूर्णिमा पर काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ को प्रबंधित करने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की है। जहां तक ​​सर्वे की बात है तो दोनों पक्षों के वकील, पुलिस अधिकारी, जिलाधिकारी और सर्वे से जुड़े सरकारी अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। दैनिक पूजा की अनुमति के लिए पांच महिलाओं ने याचिका की थी दायर


उन्‍होनें आगे बताया कि यह सर्वेक्षण मस्जिद अधिकारियों की आपत्तियों के बावजूद सर्वेक्षण जारी रखने के वाराणसी सिविल कोर्ट के आदेश के अनुसार किया जा रहा है। काशी विश्वनाथ-ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के अंदर स्थित श्रृंगार गौरी मंदिर में दैनिक पूजा की अनुमति के लिए पांच महिलाओं ने अदालत में याचिका दायर की थी। उक्त की याचिका पर सिविल कोर्ट द्वारा परिसर में सर्वेक्षण एवं वीडियोग्राफी कराने का आदेश आया है।मंदिर को औरंगजेब ने कर दिया था ध्‍वस्‍त

एक अन्य याचिका, जिसे विजय शंकर रस्तोगी ने दायर किया था, ने तर्क दिया था कि पूरा परिसर काशी विश्वनाथ का है और ज्ञानवापी मस्जिद केवल मंदिर का एक हिस्सा है, यह भी 1991 से अदालत में लंबित है। रस्तोगी ने यह भी दावा किया था कि काशी विश्वनाथ मंदिर दो हजार साल पहले बनाया गया था और मंदिर को मुगल सम्राट औरंगजेब ने ध्वस्त कर दिया था।

Posted By: Kanpur Desk