दिल्‍ली में यातायात और मेडिकल कॉम्‍बो का एक और चौंका देना वाला खुलासा सामने आया है. क्‍या कभी आपने 'दिल के सफर' के बारे में सुना है. अगर नहीं तो अब सुन लीजिये. दरअसल खबर मिली है कि चेन्‍नई की तर्ज पर दिल्‍ली एनसीआर में भी गुडगांव के अस्‍पताल से दिल को लेकर एंबुलेंस 120 की रफ्तार से दौड़ी. समय से दिल को अस्‍पताल भी जो पहुंचाना था.

16 वर्षीय किशोर का होना था हृदय प्रत्यारोपण  
इस दौरान दिल्ली ट्रैफिक पुलिस और गुड़गांव पुलिस की मदद से सड़क पर एंबुलेंस के लिये यातायात को कुछ समय के लिये रोक दिया गया. इसका असर यह हुआ कि गुड़गांव से 32 किलोमीटर का सफर सिर्फ 29 मिनट में तय करके एंबुलेंस हृदय को लेकर दिल्ली पहुंच गई. दरअसल हृदय को यहां पहुंचाना था ओखला स्थित फोर्टिस एस्कॉर्ट अस्पताल में. अस्पताल में होना था एक 16 वर्षीय किशोर का हृदय प्रत्यारोपण.
जब डॉक्टरों ने घोषित कर दिया ब्रेन डेड  
अस्पताल के मिली जानकारी के अनुसार गुडग़ांव स्थित फोर्टिस स्मारक शोध संस्थान (एफएमआरआई) में 30 दिसंबर 2014 को एक 30 वर्षीय युवक को दिमाग की नस फटने के कारण भर्ती कराया गया था. बताया जा रहा है कि वह युवक पेशे से आईटी प्रोफेशनल था. उसे बचाने का डॉक्टरों ने हर संभव प्रयास किया, लेकिन डॉक्टरों को सफलता नहीं मिली. इसके चलते 3 जनवरी सुबह 8.48 मिनट पर डॉक्टरों ने उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया. हैदराबाद से गुडग़ांव पहुंचे युवक के माता-पिता ने डॉक्टरों को उसके अंगदान की स्वीकृति दी. इसके बाद अस्पताल ने तुरंत दिल्ली ट्रैफिक पुलिस से संपर्क साधा.
कुछ ऐसा बताया ट्रैफिक पुलिस ने
इसके बाद दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के विशेष आयुक्त मुक्तेश चंद्र ने बताया कि शनिवार को गुड़गांव स्थित अस्पताल से सूचना मिली कि ब्रेन डेड घोषित व्यक्ति के परिजन अंगदान के लिए राजी हो गये हैं. उसे तुरंत हृदय प्रत्यारोपण के लिए दिल्ली के फार्टिस स्कॉर्ट अस्पताल ले जाना है, लेकिन उन्होंने कहा कि ट्रैफिक जाम की वजह से हृदय को दिल्ली ले जाने में देरी हो सकती है. यह सूचना मिलने के बाद आनन-फानन में गुड़गांव से दिल्ली तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया. इसके लिए गुड़गांव पुलिस के साथ मिलकर कुछ महीने पहले ट्रायल भी किया गया था. उन्होंने कहा कि दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने गुड़गांव पुलिस के साथ मिलकर ट्रैफिक का जिम्मा उठाया. इसके लिए गुडग़ांव से दिल्ली के ओखला स्थित अस्पताल तक सौ ट्रैफिक पुलिस कर्मी तैनात किए गए. इसके अलावा वायरलेस सेट से लैस आठ इंस्पेक्टर्स को भी जगह-जगह तैनात किया गया.
और पहुंच गई एंबुलेंस दिल्ली
3 जनवरी को दोपहर 3.45 मिनट पर हृदय को एंबुलेंस में सुरक्षित रख दिया गया. 3.50 मिनट पर एंबुलेंस दिल्ली के लिए रवाना हो गई. सड़क पर एंबुलेंस को रास्ता देने के लिये उसके आगे ट्रैफिक पुलिस की पायलट जिप्सी दो मोटर साइकिल सवार पुलिस कर्मी भी लगाए गए. आया नगर से एंबुलेंस दिल्ली में प्रवेश कर गई. फिर महरौली बदरपुर रोड से होते हुए बीआरटी और फिर रिंग रोड से एंबुलेंस 4.19 मिनट पर ओखला फोर्टिस एस्कॉर्ट अस्पताल पहुंच गई.

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Posted By: Ruchi D Sharma