'ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी ' : पीएम बोले उद्यमियों संग खड़े होकर फोटो खिंचाने में नहीं डरता
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LUCKNOW : पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं उद्यमियों के साथ खड़े होकर फोटो खिंचाने में नहीं डरता हूं। जब नीयत साफ हो तो साथ खड़े होने में डर नहीं लगता है। देश को आगे ले जाने में सबका साथ जरूरी है। मैं दावा करता हूं कि आप में एक भी ऐसा नहीं हैं जिसने उनके घरों में जाकर दंडवत न किया हो। कार्यक्रम में भगवा कुर्ता पहनकर आए पूर्व राज्यसभा सांसद अमर सिंह का नाम लेकर बोले कि उन्हें सब पता है कि कौन किसके प्लेन से घूमता था। कहा कि महात्मा गांधी भी बिड़ला के घर पर रुकने में परेशानी का अनुभव नहीं करते थे। सख्त लहजे में बोले कि इसके बाद भी वे लोग अपमानित करेंगे, चोर-लुटेरे कहेंगे। ये कौन सा तरीका है। बोले कि जो लोग गलत करेंगे उन्हें या तो देश छोड़कर भागना पड़ेगा या फिर जेल जाना होगा।
कोयला बना कालिख की वजह
पीएम ने आगे कहा कि वर्ष 2013-14 में देश में एनर्जी डेफिसिट 4।2 फीसद था। बीते चार साल में हम इसे कम करके एक फीसद तक ले आए हैं। कोयला जो कभी कालिख का कारण बना था, आज रिकॉर्ड उत्पादन होकर देश की बिजली की जरूरत को पूरा कर रहा है। अब पावर ग्रिड फेल नहीं होती है। एलईडी से हमने 50 हजार करोड़ रुपये की बिजली बचाई है। यदि मैंने इतनी रकम की रियायत दी होती तो अखबारों की मोटी हेडलाइन में तारीफ मिलती पर मैंने यह पैसा लोगों की जेब से जाने से बचाया। जो लोग मोदी की आलोचना कर रहे हैं, कमियां खोज रहे हैं, वह उन्हें बीते 70 साल का इतिहास खंगालने से मिलेगी। मेरे हिस्से में तो केवल चार साल ही आएंगे। यूपी में पहले की सरकारों ने बिजली की ट्रांसमिशन की व्यवस्था को जर्जर कर दिया था।
बताने की हिम्मत नहीं
पीएम ने कहा कि दो महीने पहले मैं मुंबई गया था। उद्योग जगत के लोगों को बातचीत के लिए बुलाया। बाकी भी बुलाते थे पर बताने से डरते थे। मैंने उद्यमियों से कहा कि एग्रीकल्चर सेक्टर में कारपोरेट का निवेश केवल एक फीसद है तो पूरी दुनिया में सबसे कम है। ज्यादातर निवेश ट्रैक्टर और यूरिया निर्माण में है। मैंने उन्हें सुझाव दिया कि छोटी सी ब्रेन स्टार्मिंग टीम बनाएं और उद्योगों को ग्रामीण जीवन तक ले जाने का रास्ता तलाशें।
मैं तो यूपी का ही हूं
पीएम ने यूपी आगमन पर कहा कि मैं यहां आता नहीं हूं, मैं तो यहीं का हूं। आपका सांसद हूं। यूपी के लोगों का मुझपर पूरा हक है। मैं यूपी की तरक्की को देखकर काफी खुश होता हूं। यूपी में बहुत संभावनाएं हैं और एमएसएमई का बड़ा फायदा इस राज्य को मिलने वाला है। ये पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई की कर्मभूमि है, जो कहते थे कि सड़कें हाथ की लकीरों की तरह होती है जो भारत को बदल सकती हैं। वे ऐसा भारत देखना चाहते हैं जो सक्षम, समृद्ध और संवेदनशील हो।