पाकिस्‍तान ने एक बार फिर भारत की चिंता बढ़ा दी है। भारत में पाकिस्तानी टिड्डों की एंट्री जारी है। ऐसे में हाल ही में राजस्थान में दोनों ही देशों के अफसरों व वैज्ञानिकों ने एक हाईलेवल मीटिंग की।


कानपुर। पाकिस्तान से भारत में आतंकियों की घुसपैठ की खबरें तो अक्सर ही आती हैं लेकिन इन दिनों टिड्डों की एंट्री की खबरें आ रही हैं। पाकिस्तान के सीमावर्ती गांवों से भारत आने वाली टिड्डों से भारत को काफी खतरा हो रहा है।न्यूज एजेंसी एएनआई के एक ट्वीट के मुताबिक इस बड़ी समस्या को लेकर हाल ही में 19 जून को राजस्थान के बाड़मेर जिले के एक सीमावर्ती गांव में भारत और पाकिस्तान ने एक हाई लेवल की मीटिंग बुलाई थी। मुनाबाओ गांव में हुई इस मीटिंग में दोनों ही देशों के अफसर व वैज्ञानिक शामिल हुए। टिड्डों से होने वाले खतरों से निपटने पर चर्चा
इस मीटिंग में टिड्डों से होने वाले खतरों से निपटने पर चर्चा की गई है।वहीं भारत पाकिस्तान की ओर से आ रहे इन टिड्डों से निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। इस संबंध में टिड्डी चेतावनी संगठन, बाड़मेर राजस्थान के महेश चंद्र का कहना है कि हम हमेशा अपनी मशीनों को तैयार रखते हैं। मॉक ड्रिल पहले ही करा दी गई है। टिड्डों का मौसम जून से अक्टूबर तक होता है। इसके साथ ही कहना है कि कीटनाशक मैलाथियान का नया स्टॉक भी है। फिलहाल स्थितियां काबू में हैं। हमने एक हेल्पलाइन भी जारी की हैपाकिस्तान में इन दिनों टिड्डी दल बेकाबूमीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पाकिस्तान में इन दिनों टिड्डी दल बेकाबू है।पाकिस्तान में टिड्डों के कहर को कम करने के लिए हवाई जहाज से दवाइयाें का छिड़काव किया जा रहा है। खास बात तो यह है कि ये टिड्डे पाकिस्तान से सटे राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में भी प्रवेश कर रहे हैं। राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर में लाेग इन टिड्डों की वजह से परेशान हैं। सीमापार से पाक के आतंकवाद को समर्थन के कारण भारत और पाक में लंबे समय से बातचीत नहीं हो रही है लेकिन इस मसले पर दोनों देश एक साथ खड़े दिख रहे हैं।

Posted By: Shweta Mishra