'चंबल' से होकर जाएगी दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाईवे, निर्माण में खर्च होंगे 1 लाख करोड़ रुपये
दिल्ली एनसीआर की सड़कों पर भीड़ खत्म करने की कोशिशनई दिल्ली (प्रेट्र)। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के निर्माण पर 1 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे। इससे दिल्ली-एनसीआर की भीड़-भाड़ कम करने में बड़ी मदद मिलेगी। 35,600 करोड़ रुपये की 10 परियोजनाएं जारी हैं। गडकरी ने कहा कि दिल्ली में रोजाना करीब 40 हजार व्यवसायिक वाहन प्रदेश करते हैं। इससे प्रदूषण के साथ-साथ शहर की सड़कों पर कंजेशन बढ़ जाता है।29 को मोदी करेंगे इस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे का उद्धाटनदिल्ली के चारों ओर इस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे की महत्वाकांक्षी योजना का काम पूरा हो गया है। 29 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे। उसी प्रकार पूर्वी दिल्ली के ट्रैफिक को सुगम बनाने के लिए दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का प्लान किया गया था। इसके दिल्ली-डासना हिस्से का उसी दिन पीएम एक रोड शो के जरिए शुरुआत करेंगे।
धौला कुंआ से एयरपोर्ट सिग्नल फ्री कोरिडोर को 260 करोड़
गडकरी ने जानकारी दी कि धौला कुंआ से एयरपोर्ट तक सिग्नल फ्री कोरिडोर पर काम के लिए 260 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। उन्होंने कहा कि पूरी तरह संचालन नियंत्रित आठ लेन वाली द्वारका एक्सप्रेसवे चार हिस्सों में पूरा किया जाएगा। तीन हिस्सों के लिए आवंटन हो चुका है। इस एक्सप्रेसवे पर एक महीने में काम शुरू हो जाएगा। इस पर कुल लागत 9,500 करोड़ रुपये आएगी।एनएच 8 पर पूरे हुए 1 हजार करोड़ रुपये के विकास कार्यगडकरी ने कहा कि महिपालपुर में रंगपुरी में सुधार कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि द्वारका-एनएच 8 जोड़ने के लिए यहां से बाइपास भी बनेगा। एनएच 8 पर बड़े संपर्क मार्गों का काम पूरा हो चुका है। इस पर 1 हजार करोड़ रुपये का खर्च आया है। इनमें गुरुग्राम में फ्लाईओवर और इफको चौक पर एक अंडरपास, सिग्नेचर टावर इंटरसेक्शन, राजीव चौक और हीरो होंडा चौक के विकास कार्य शामिल