क्रेडिट कार्ड में बदल देगा गूगल आपका मोबाइल फोन
ऐसी है जानकारी
इसको लेकर ऐसा माना जा रहा है कि गूगल इस पेमेंट सिस्टम को अपने मार्शमैलो ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ लॉन्च करेगा। इसके लॉन्िचंग की उम्मींद अक्टूबर महीने में जताई जा रही है। वहीं गूगल का ये कहना है कि वास्तविक तौर पर उन्होंने इसे आज लॉन्च कर दिया है। गूगल के इस कदम को ऐप्पल का सीधा प्रतिस्पर्धी मानकर देखा जा रहा है।
ब्लॉग पोस्ट पर बताया ऐसा
गूगल ने अपने ब्लॉग पोस्ट में कहा है कि आज, वो अपने एंड्रॉयड पे सिस्टम को शुरू करने जा रहा है। वहीं उनका ये भी कहना है कि एंड्रॉयड फोन्स के जरिए भुगतान करने का ये सबसे सीधा और सुरक्षित तरीका होगा। अभी इसका इस्तेमाल यूएस के आसपास के लोकेशंस में होगा। इसके अलावा एंड्रॉयड पे पर आपको कई स्पेशल ऑफर्स भी मिलेंगे।
धीरे-धीरे करेंगे सेवा का और भी विस्तार
कंपनी का कहना है कि धीरे-धीरे इसकी सेवा और भी जगहों पर काम करने लगेगी। अभी ये सिर्फ शुरुआत है। इसके अलावा अभी कंपनी इसमें और भी कई नए फीचर्स को जोड़ेगी। आगे आने वाले महीनों में इसपर बैंक और स्टोर लोकेशंस जैसी सुविधाएं भी मिलेंगी। अभी शुरुआत में इस सेवा को यूएस के आसपास की लोकेशंस गूगल वॉलेट यूजर्स इस एंड्रॉयड ऐप को इसके अपडेट वॉलेट ऐप की मदद से पा सकते हैं। इसके अलावा नए यूजर्स कुछ ही दिनों में इस एंड्रॉयड पे सिस्टम को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकेंगे। नए एनएफसी एनेबल्ड एंड्रॉयड फोन्स से एटी एंड टी, टी-मोबाइल और वेरीजोन वायरलेस तक पर ये सेवा पहले ही इंस्टॉल्ड मिलेगी।
सिक्योरिटी का रखा जाएगा पूरा ख्याल
एक ओर जहां गूगल ने खुद अपने इस सिस्टम की सिक्योरिटी पर जोर दिया है, वहीं एप्पल ने अभी भी यूजर्स के रियल कार्ड नंबर्स का खुलासा नहीं किया है। इसको लेकर गूगल का कहना है कि वो इस बात को बहुत अच्छे से जानते हैं कि यूजर की निजी और आर्थिक जानकारियों को सुरक्षित रखना कितना ज्यादा जरूरी है। इसको ध्यान में रखते हुए एंड्रॉयड पे 'इंडस्ट्री स्टैंडर्ड टोकनाइजेशन' को सपोर्ट करेगा। इसका मतलब ये है कि आपका क्रेडिट और डेबिट नंबर दोनों ही भुगतान के समय जाहिर नहीं किए जाएंगे। इसके बजाए गूगल इसकी जगह पर वर्चुअल अकाउंट नंबर का इस्तेमाल करेगा, जो आपको सुरक्षा की एक और परत देगा। कंपनी का कहना है कि जितनी जल्दी आप खरीदारी करेंगे, आपको उतनी जल्दी ही पेमेंट कनफर्मेशन भी मिल जाएगी।
तुरंत मिलेगी डीटेल
अब ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि मैक-डॉनल्ड्स इस सेवा को लेकर कंपनी का पहला सबसे बड़ा पार्टनर बनेगा। उसके बाद किसी और रीटेलर को ये सेवा मिलेगी। यूजर्स को सिर्फ अपना फोन अनलॉक करना होगा और इसे व्यापारी के कॉन्टैक्टलेस टर्मिनल के सामने दिखाना होगा। इसके लिए आपको किसी भी ऐप को खोलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके अलावा ट्रांजेक्शन के बाद आपके फोन पर पूरी डीटेल आपको मिल जाएगी। बताया गया है कि इसके शुरू होने पर आरंभ में एंड्रॉयड पे पर आपको यूएस लोकेंशंस से करीब 700,000 स्टोर्स मिल जाएंगे।