ये दावा हमारा नहीं यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन के शोधकर्ताओं का है कि गुगल सर्च इंजन भी स्‍पष्‍ट रूप से लिंग भेद बरत रहा है और उन्‍होंने अपने एक शोध में इसे साबित भी किया है.


यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन के शोधकर्ताओं का कहना है कि अगर आप उनकी बात का प्रमाण चाहते हें तो गुगल इमेज सर्च पर जाइए और वर्ड  “CEO” टाइप कीजिए. टाइप करते ही जो पेज खुल कर सामने आता है उस पर आपको सारे मेल  CEOs की पिक्चर्स नजर आयेंगी. इनमें ना तो पेप्सिको की सीईओ इंदिरा नूई, हैं ना ही आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ चंद्रा कोचर की तस्वीर है. यहां तक कि जब आप आधे से ज्यादा पेज स्क्रॉल कर लेंगे तो एक पिक्चर दिखेगी जो बार्बी सीईओ की है. यानि वहां भी एक डेलिकेट लेडी बनी है जो कतई सीईओ तो नहीं लगती.
पहली बात तो ये जब मेल सीईओ लिखे बिना पुरुषों की तस्वीर सामने आ जाती है तो फिर महिलाओं के मामले में फीमेल सीईओ लिखना क्यों जरूरी है. दूसरे इस पेज पर जब एक आध महिला की तस्वीर आ भी रही है तो उसमें कई अजीब से कपड़ों में अपनी बॉडी शो करते हुए माडल बनी हैं. ऐसे में फिर सवाल उठता है कि ऐसा क्यों है. दूसरी ओर कुछ तस्वीरे इस टैग के साथ है कि वर्ल्ड हॉटेस्ट फीमेल सीईओ, ऐसा क्यों.


शोध ये भी बताता है कि ज्यादातर मामलों में ऐसा ही है जब आप किसी खास ऑक्युपेशन को सर्च करते हो तो काम का नाम डालने पर पुरूषो की ही तस्वीरें सामने आती हैं. महिलाओ की तस्वीर सर्च करने के लिए आपको उसके आम के साथ महिला जोड़ना पड़ता है. जैसे इंजीनियर डालने पर महिला का चित्र सातंवी लाइन के बाद एक दो आने स्टार्ट होते हैं. इस रिसर्च पेपर के इसी महीने साउथ कोरिया में होने वाली “CHI 2015″ में प्रस्तुत किए जाने की संभावना है.

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Posted By: Molly Seth