अरब में भी हैं बनारसी सेवई के दीवाने
बनारस में बनायी जाती है खास तरह की सेवई, विदेशों में होती है सप्लाई
ईद की खास पकवान सेवई खरीदने को दालमंडी में उमड़ रहे हैं खरीदारvaranasi@inext.co.inVARANASI : पाक महीना रमजान धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है. ईद में कुछ दिन ही बाकी रह गये हैं. हर घर में तैयारियों का जोर है. मार्केट भी पूरी तरह से ईद की खुशियां बांटने को तैयार है. सजने संवरने से लेकर खाने पीने तक की चीजों की जोरदार खरीदारी हो रही है. इनमें सबसे खास पकवान है सेवई. इस समय दालमंडी इलाके में बड़ी-बड़ी सेवई की दुकानें सजी हैं. वहां इनकी जमकर जमकर खरीदारी हाे रही है.
खाड़ी देशों तक सप्लाई
बनारस की सेवइयां देश-विदेश में काफी पसंद की जाती हैं. पाकिस्तान और खाड़ी देशों में इनकी काफी मांग है. रमजान में तो यह चरम पर होता है. शहर के भदऊ चुंगी का कजाकपुरा इलाके में सेवई बनाने के कई कारखाने हैं. सेवई बनाने वाले कारीगर मुश्ताक ने बताया कि सालभर तैयारी होती है. तब जाकर हम रमजान के महीने में सप्लाई दे पाते हैं. अलग अलग वेरायटी की सेवईयां हैं जिसमें किमामी सेवर्ई खास पंसद की जाती है. खाड़ी देशों के लिए मुंबई के व्यापारी काशी से माल ले जाते हैं.
सबसे बारीक किमामी सेंवई
मार्केट में कई तरह की सेवइंया प्रचलित हैं. इसमें किमामी सेवई सबसे बारीक होती है. कीमत भी क्वालिटी के अनुरुप होती है. इसे बनाने में बारीक मैदा, आटा, हल्का नमक और घी का इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा मोटी सेवई भी मार्केट में उपलब्ध है. इसमें मैदा की मात्रा अधिक होती है. फेनी भी सेवई की एक वेरायटी है. इसकी डिमांड बहुत रहती है. इसे कच्चे या पके दूध में चीनी की चासनी से बनाया जाता है. क्वालिटी के हिसाब से सेवई की कीमत 200 रुपये से लेकर 1500 तक है.