ज़मीन में एक लाख टन सोना मिलने की उम्मीद
यह उम्मीद भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण यानी जीएसआइ के वैज्ञानिकों ने जगाई है। झारखंड में पहले भी एक जगह सोने का भंडार होने की बात सामने आई थी। लिहाजा, इस संभावना पर भी सरकारी अमला काम करने की योजना बना रहा है।झारखंड के गर्भ में छिपा है सोना
यह पूर्वी सिंहभूम के कुंडेररकोचा (पोटका) के बाद झारखंड का दूसरा गोल्ड ब्लॉक होगा। तमाड़ का यह इलाका रांची से तक़रीबन 60 किलोमीटर की दूरी पर है।जीएसआई की ड्रिलिंग
बरसात के दिनों में गांव के लोग बालू में सोने का कण खोजते हैं। रांची के सुनार यही कण 200-300 रुपए में इनसे खरीद लेते हैं। यह वर्षों पुरानी परंपरा है, जो आज भी बदस्तूर जारी है।तमाड़ में 30 करोड़ टन से भी ज़्यादा स्वर्ण अयस्क होने का अनुमान है।