जबरदस्त मैच में घाना ने जर्मनी को रोका
कभी पलड़ा जर्मनी की तरफ झूलता तो कभी घाना की तरफ़. आख़िरकार मैच 2-2 से बराबरी पर ख़त्म हुआ.बेहद निराशाजनक पहले हाफ़ के बाद जैसे दूसरे हाफ़ में दोनों टीमों में जान आ गई. हाफ़ टाइम तक दोनों टीमें 0-0 पर थीं.फ़ुटबॉल विशेषज्ञ नोवी कपाड़िया कहते हैं, "दोनों ही टीमें शानदार खेलीं. जर्मनी ने दिखाया कि वो आख़िर वक़्त तक हार नहीं मानते और घाना ने दिखाया कि क्यों उन्हें अफ़्रीका की सर्वश्रेष्ठ टीम कहा जाता है. जर्मनी भाग्यशाली थी कि आख़िरी वक़्त में उनके दो अनुभवी खिलाड़ी बैस्टि्यान स्वांइसटाइगर और मीरोस्लाव क्लोज़ा मैदान में आए और क्लोज़ा ने बराबरी का गोल कर दिया."घाना के कोच क्वेसी एपिया इसी बात से ख़ुश थे कि उनकी टीम ने शक्तिशाली जर्मनी को रोक कर रखा. लेकिन दूसरे हाफ़ में जो कुछ होने वाला था उसका तो किसी को अंदाज़ा भी नहीं था.दूसरे हाफ़ का ज़बरदस्त एक्शन
ये क्लोज़ा का 15वां विश्व कप गोल था. उन्होंने इसी के साथ सबसे ज़्यादा विश्व कप गोल के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली.मैच में पूरी तरह से रवानगी आ चुकी थी. दोनों ही टीमें अपनी पूरी ताकत झोंक चुकी थीं.