दिल्ली में ओडिशा की युवती से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पीड़िता का एम्स में इलाज चल रहा है। इस मामले में अब तक ऑटो ड्राइवर व एक भिखारी समेत तीन लोग अरेस्ट हुए हैं। पुलिस ने इस मामले में अब तक लगभग 700 कैमरों की फुटेज खंगाले हैं।


नई दिल्ली (आईएएनएस)। देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर निर्भया जैसा कांड हुआ है। सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता दिल्ली के एम्स में एडमिट है। पुलिस ने गुरुवार को बताया ओडिशा की रहने वाली एक युवती के साथ पिछले महीने कथित तौर पर दुष्कर्म करने और फिर उसे सराय काले खां इलाके में छोड़ने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान ऑटो रिक्शा चालक प्रभु महतो, प्रमोद बाबू और मोहम्मद शमसुल के रूप में हुई है। यह घटना 11 अक्टूबर की तड़के तब सामने आई जब पुलिस को करीब 3.15 बजे एक कॉल आई जिसमें बताया गया कि सराय काले खां इलाके में सड़क किनारे खून से लथपथ एक महिला पड़ी है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस पीड़िता को अस्पताल ले गई जहां मेडिकल जांच में यौन उत्पीड़न की पुष्टि हुई। उन्होंने बताया कि पीड़िता का अभी भी एम्स में इलाज चल रहा है। ऑटो चालक, भिखारी व दुकानदार हुए अरेस्ट


पुलिस के एक बयान में कहा गया है कि सीसीटीवी की मदद से अपराधियों की पहचान की गई और उन्हें गिरफ्तार किया गया, जिनमें से एक में पीड़िता 10 अक्टूबर को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास दिखी थी। लगभग 700 कैमरों की फुटेज देखे गए। इस दौरान ऑटो चालक प्रभु महतो की पहचान की गई और 30 अक्टूबर को उसे गिरफ्तार कर लिया गया। दुकानदार प्रमोद बाबू और सड़क किनारे भिखारी मोहम्मद शमसुल को भी गिरफ्तार किया गया है। प्रमोद और शमसुल ने पुलिस को बताया कि जब उन्होंने महिला को अकेला पाया तो उन दोनों ने उसका यौन उत्पीड़न करने की साजिश रची। वे लड़की को जबरदस्ती सुनसान इलाके में ले गए और उसका यौन उत्पीड़न किया, जिसमें ऑटो चालक प्रभु भी उनके साथ शामिल था। नौकरी की तलाश में ओडिशा से दिल्ली आई थी

जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि महिला एक साल पहले नौकरी की तलाश में ओडिशा से दिल्ली आई थी, लेकिन उसने अपने परिवार को अपने फैसले के बारे में नहीं बताया था। दो महीने पहले उसके माता-पिता उसे वापस लेने शहर आए थे, लेकिन उसने उनके साथ जाने से इनकार कर दिया। पुलिस ने कहा कि पिछले महीने से उसका अपने परिवार से संपर्क टूट गया था क्योंकि उसका फोन चोरी हो गया था। पैसे खत्म हो जाने के बाद, महिला के पास रहने के लिए कोई जगह नहीं थी, वह अक्टूबर में घटना के समय सड़कों पर रह रही थी। वह एटीएम के पास और रेलवे स्टेशन पर भी सो चुकी है।

Posted By: Shweta Mishra