फ्रांस की विपक्षी यूएमपी पार्टी के एक वरिष्ठ सदस्य जेरोम लार्विलिक्स ने स्वीकार किया है कि साल 2012 के राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार अभियान में निकोला सारकोज़ी के खातों में भारी अनियमितताएं थीं.


उन्होंने कहा कि हालांकि पूर्व राष्ट्रपति को इसकी जानकारी नहीं थी.यह बात तब सामने आई जब कार्यक्रम आयोजित करने वाली एक संस्था के वकील ने यूएमपी पर अधिक ख़र्च दिखाने के लिए एक करोड़ दस लाख यूरो के फ़र्ज़ी बिल बनाने का आदेश देने का आरोप लगाया.ख़बरों में कहा गया है कि घोटाला सामने आने के बाद पार्टी की छवि ख़राब होगी और  सारकोज़ी के दोबारा राष्ट्रपति बनने के प्रयासों को झटका लग सकता है.पुलिस ने सोमवार दोपहर बाद पेरिस में यूएमपी मुख्यालय की तलाशी ली.अनियमितताएंसारकोजी के 2012 के चुनाव अभियान के उप निदेशक जेरोम लार्विलिक्स ने फ्रांस के बीएफ़एम टीवी पर रोते हुए कहा, ''वहाँ अनियमितताएं हुई थीं.''उन्होंने कहा कि  सारकोजी, यूएमपी के अध्यक्ष ज्यां फ्रांसुआ कोप और कार्यक्रम आयोजित करने वाली कंपनी बिगमिलयन के संस्थापक र्बेटिन मिलट को इन अनियमितताओं की जानकारी नहीं थी.
यह मामला तब सामने आया जब बिगमिलयन के वकील पैट्रिक मैजिनोव ने बीएफ़एम टीवी से कहा कि चुनाव अभियान की लागत बढ़ाने के लिए दक्षिणपंथी यूएमपी पार्टी ने फ़र्ज़ी बिल बनाने को कहा था.उन्होंने कहा कि यह पहले ही बता दिया गया था कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो बिलों का भुगतान नहीं होगा.


इसी महीने फ्रांसीसी अख़बार लिबरेशन ने ख़बर दी थी कि ज्यां फ्रांसुआ कोप के दो सहयोगियों की ओर से स्थापित बिगमिलयन की एक सहायक इकाई को चुनाव अभियान के दौरान कार्यक्रम आयोजित करने के लिए दो करोड़ यूरो का भुगतान किया गया. इसके बाद से कोप के इस्तीफ़ा देने की अटकलें लगाई जा रही हैं.खराब प्रदर्शनकोप ने सोमवार को बीएमएफ़ टीवी से कहा कि उन्हें किसी भी तरह की अनियमितता की कोई जानकारी नहीं है.कोप ने कहा कि उन्होंने पार्टी के खातों को देखने वाले लोगों पर विश्वास किया और इस बात की ज़रूरत नहीं समझी कि उन पर शक किया जाए.यूरोपीय संसदीय चुनाव में यूएमपी के ख़राब प्रदर्शन के बाद कोप की कुर्सी पर ख़तरे में है. इस चुनाव में यूएमपी को दक्षिणपंथी राष्ट्रीय मोर्चे के बाद दूसरा स्थान मिला है.सारकोजी 2012 में फ्रांसुआ ओलांद से चुनाव हार गए थे. ऐसी चर्चा है कि वो 2017 में फिर वापसी की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने अपने चुनाव अभियान के दौरान हुए इस घोटाले पर कोई टिप्पणी नहीं की है.

Posted By: Satyendra Kumar Singh