झारखंड की राजधानी रांची के सबसे बड़े हॉस्‍पिटल की एक तस्‍वीर ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। यहां के सरकारी हॉस्‍पिटल रिम्‍स में मरीजों को गंदे फर्श पर ही खाना परोसा जा रहा है और कोई सुनने वाला नहीं है। जब एक मरीज ने इसका विरोध किया तो स्‍टाफ ने कहा कि प्‍लेट नहीं है। अगर भोजन चाहिए तो ऐसे ही खाना पडेगा। कल एक महिला मरीज पालमति की फर्श पर खाना खाते हुए की तस्‍वीर जब मीडिया में आई तो हडकंप मच गया। राज्‍य में 300 करोड़ सालाना बजट वाले सबसे बडे सरकारी हॉस्‍पिटल का ये हाल देखकर पूरा देश शॉक्‍ड है। मामला तूल पकड़ते देख शासन ने हास्‍पिटल पर जांच बिठा दी है और फर्श पर खाना परोसने वाले कर्मचारी को बर्खास्‍त कर दिया है।


रिम्स में आर्थोपेडिक वार्ड के कॉरीडोर में मरीज पालमति देवी को फर्श पर खाना परोसने वाले स्टाफ चंद्रमणि प्रसाद को हटा दिया गया है। इंसानियत को शर्मसार करने वाले इस मामले में कई और अधिकारी और कर्मचार नप सकते हैं। दरअसल फर्श पर मरीज को भोजन परोसे जाने का मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की तीन सदस्यीय टीम ने शुक्रवार को रिम्स पहुंचकर पूरे मामले की तहकीकात की। विभाग के विशेष सचिव मनोज कुमार के नेतृत्व में टीम ने रिम्स की डायटिशियन कुमारी वसुंधरा समेत कई अधिकारियों से लंबी पूछताछ की।किचन की दिखी बदइंतजामी


स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम ने किचन का भी जायजा लिया। यहां कौन खाना बनाता है और मरीजों को भोजन कौन परोसता है, इसकी जानकारी ली। एक- एक स्टाफ से पूछताछ की और यहां की बदइंतजामी पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्हें जमकर फटकार लगाई। टीम शनिवार को अपनी जांच रिपोर्ट विभाग को सौंपेगी। इधर, रिम्स डायरेक्टर भी इस मामले की अपने स्तर पर जांच करा रहे हैं.हाईकोर्ट ने रिम्स प्रशासन से मांगा जवाब

झारखंड हाईकोर्ट ने भी महिला मरीज को फर्श पर भोजन परोसे जाने के मामले में स्वत: संज्ञान लेकर राज्य सरकार और रिम्स प्रशासन को नोटिस जारी कर जवाब देने को कहा है। मामले की अगली सुनवाई 28 सितंबर को होगी.

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Posted By: Chandramohan Mishra