कोरोना वायरस संकट के बीच उत्तर प्रदेश सरकार और फ्लिपकार्ट के बीच एक बड़ा समझौता किया गया है। इस समझौते के बाद फ्लिपकार्ट यूपी में वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रॉडक्ट के तमाम उत्पादों को ऑनलाइन प्लैटफॉर्म के जरिए बेचेगा।


लखनऊ (एएनआई)। ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट ने कोरोना वायरस संकट के बीच एक बड़ा कदम उठाया है। उसने कारीगरों, बुनकरों और शिल्पकारों को मुख्यधारा के व्यापार से जोड़ने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) योजना के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। फ्लिपकार्ट ने कहा कि इस नए समझौते के बाद उत्तर प्रदेश के उत्पादकों को विशिष्ट उत्पादों तथा शिल्पों को देश भर के लाखों ग्राहकों तक पहुंचाने की सुविधा मिलेगी। एमएसएमई को बढ़ावा देने के मकसद से पेश किया गया


'फ्लिपकार्ट समर्थ' इन कारीगरों को मुफ्त कैटलॉगिंग, मार्केटिंग, एकाउंट मैनेजमेंट, बिजनेस की जानकारी और वेयरहाउसिंग सपोर्ट प्रदान करेगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव एमएसएमई एवं एक्सपोर्ट प्रमोशन नवनीत सहगल ने कहा किवन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट योजना को एमएसएमई क्षेत्र को बढ़ावा देने के मकसद से पेश किया गया था। हमें विश्वास है कि फ्लिपकार्ट के साथ साझेदारी से उत्तर प्रदेश में कारीगर और एमएसएमई अपने व्यवसाय को बढ़ा सकेंगे और अपने स्किल को नेशनल ऑडिएंस तक पहुंचा सकेंगे।शिल्पकारों को अपनी पूरी क्षमता का एहसास होगा

वहीं इस संबंध में फ्लिपकार्ट ग्रुप के मुख्य कॉर्पोरेट मामलों के अधिकारी रजनीश कुमार ने कहा कि हम उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलकर हम ई-कॉमर्स के जरिए टैक्नोलॉजी और इनोवेशन की ताकत का लाभ उठाने के लिए खुश हैं। इस पहल से कारीगरों और शिल्पकारों को अपनी क्षमता का एहसास होगा। यूपी की कला और हस्तशिल्प अब पूरे भारत में 25 करोड़ से अधिक उपभोक्ताओं तक उपलब्ध होगी। फ्लिपकार्ट ने पहले उत्तर प्रदेश खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड के साथ भी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

Posted By: Shweta Mishra