डोकलाम में चीन ने फिर बढा़ए कदम भारत हुआ एलर्ट, दोनों देशों के बीच के ये हैं 5 बड़े विवाद
क्या है डोकलाम विवाद
चीन और भारत का डोकलाम विवाद काफी पुराना है। 269 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल का यह इलाका भारत, चीन और भूटान की सीमाओं के पास है। इस इलाके में तीनों देशों की सीमाएं मिलती हैं। 1914 की मैकमोहन रेखा के मुताबिक यह इलाका भूटान के अधिकार में है। चीन इस लाइन को नहीं मानता है। चीनी सैनिक भूटान की सीमा पर आक्रमण करते रहते हैं क्योंकि डोकलाम के पठार बेहद अहमियत है। चीन की कोशिश है कि इस इलाके में सड़कों का जाल बिछाया जाए। इससे वह भारत से युद्ध आदि की स्थितियों में सेना को मदद पहुंचा सके। हालांकि चीन की इसी मंशा ने भारत को सख्त रुख अपनाने पर मजबूर कर दिया था। हाल ही में बीते सितंबर में 72 दिन का तनाव समाप्त हुआ है।
सिक्किम विवाद
भारत-चीन के बीच एक सिक्िकम सीमा विवाद है। अभी भी इन दोनों देशों के बीच इस विवाद का कोई हल नहीं निकला है। भारत इस मामले में चीन के खिलाफ पिछले 40 सालों से अकेले डटा हुआ है। बतादें कि इन दोनों देशों के बीच सितंबर 1967 में सीमा पर आखिरी बार सिक्किम के बॉर्डर पर ही जोरदार फायरिंग हुई थी। उस समय भी सिक्किम के बॉर्डर पर दोनों देशों के करीब 1000-1000 सैनिकों ने इस इलाके में डेरा डाल दिया था।
ब्रह्मपुत्र नदी विवाद
भारत और चीन के बडे विवादों में ब्रह्मपुत्र नदी विवाद भी शामिल है। ब्रह्मपुत्र नदी पर बांध कई बड़े बांध बना रहा है। वह बांध बनाकर नहरों के जरिये सारा पानी अपनी ओर मोड़ रहा है जिसका भारत विरोध कर रहा है। बतादें कि ब्रह्मपुत्र एशिया की बड़ी नदियों में से एक है। यह नदी तिब्बत से निकलते हुए भारत में प्रवेश करती है। इसके बाद यह बांग्लादेश में जाने के बाद वह गंगा में मिल जाती है। ऐसे में इस नदी पर चीन के बांध बनाने वाली मनमानी का भारत लगतार विरोध करता रहता है।