दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सर्जिकल स्‍ट्राइक पर पीएम मोदी को सैल्‍यूट कर उनकी राजनीतिक इच्‍छा शक्‍ित को अपना समर्थन दिया। वहीं उन्‍होंने पाकिस्‍तान के झूठे प्रोपोगेंडा को बेनकाब करने के लिए सैन्‍य ऑपरेशन के सबूतों का खुलासा करने की गुजारिश की। बस फिर क्‍या था पूरे देश में केजरीवाल के खिलाफ माहौल गरमा गया। सोशल मीडिया पर उन्‍हें भारतीय सेना को हतोत्‍साहित करने के आरोप लगने शुरू हो गए। घटनाओं पर बारीक नजर रखने वाले भारतीय सेना की परंपरा से परिचित और रक्षा विशेषज्ञों की नजर में ये छह सबूत हैं जो पीओके में सैन्‍य अभियानों की तस्‍दीक करने के लिए काफी हैं।



सबूत नंबर 2 : पीएम नवाज ने त्वरित प्रतिक्रिया देते ही इस हमले की निंदा की
सर्जिकल स्ट्राइक की खबर अंतरराष्ट्रीय मीडिया में फ्लैश होते ही दुनियाभर में हलचल मच गई। पाकिस्तान में हड़कंप मच गया। इससे पहले ही कोई संभल पाता पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ ने प्रतिक्रिया दी, 'मैं इस हमले की निंदा करता हूं। हम शांति पसंद देश हैं भारत इसे हमारी कमजोरी न समझे। हम अपनी देश की रक्षा करने के लिए हर तरह से तैयार हैं।' साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि भारत के इस हमले में दो पाकिस्तानी सैनिकों की जान चली गई।

सबूत नंबर 4 : सर्जिकल स्ट्राइक से घबराया पाकिस्तान बार-बार कर रहा बैठक
सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान में बवाल मचा है दो बार सभी दलों की बैठक, राष्ट्रीय सुरक्षा पर बड़ी बैठक, संसद का विशेष सत्र बुलाया गया। ऐसा तभी होता है जब किसी देश की दुखती रग पर हाथ रख दी गई हो। सिर्फ संघर्ष विराम के उल्लंघन पर इस तरह की बैठकों का दौर गले नहीं उतर रहा। पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र के स्थायी सदस्यों से गुहार लगाई और इमरान खान ने नवाज शरीफ को घेरा। इसके अलावा पाक में पनाह लिए हाफिज सईद ने भी भारत को चेतावनी देते हुए कहा कि, अब वो बताएंगे कि सर्जिकल स्ट्राइक क्या होती है। ऐसे में साफ पता चलता है कि भारत ने पीओके में घुसकर पाकिस्तानियों को करारा जवाब दिया है।

सबूत नंबर 5 : अमेरिकी एनएसए के फोन से भी हो रही पुष्िट
पोखरण परीक्षण के बाद अमेरिका भारत पर अपने सैटेलाइट से लगातार नजर रख रहा है। अमेरिकी सैटेलाइट भारत के अहम सैन्य ठिकानों की एक-एक गतिविधियों को ट्रैक करता रहता है। 28-29 सितंबर की रात जब उसने पीओके में हलचल देखी तो उसकी नींद उड़ गई। सुबह होते ही अमेरिकी एनएसए सुसैन राइस ने अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल को फोन खड़का दिया। डोभाल ने भी उन्हें विस्तार ने जानकारी दी। बाद में उन्होंने भी सार्वजनिक तौर पर भारतीय पक्ष का समर्थन किया और पाकिस्तान को आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दे डाली। इसके साथ ही भारत ने 30 और राष्ट्रों को अपनी कार्रवाई की जानकारी दी। ब्रिटेन, रूस, फ्रांस, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका सिहत कई राष्ट्र भारत के पक्ष में खड़े होकर पाकिस्तान को आतंक के खिलाफ कार्रवाई का दबाव बना रहे हैं।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari