अमरीका में रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टियों के बीच 'फिस्कल क्लिफ' की समय-सीमा पर मतभेद नहीं सुलझाए जा सके हैं और अब अमरीका तकनीकी रूप से आर्थिक खाई की ओर कदम बढ़ा चुका है.

अमरीकी संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा में आज यानी 31 दिसंबर को 'फिस्कल क्लिफ' के मामले में मतदान नहीं होगा जिसके कारण अब 1 जनवरी से टैक्स बढ़ने का खतरा बढ़ गया है.

इस मुद्दे पर अमरीकी सीनेट में सहमति बनने और मंज़ूरी मिलने के बाद यही बिल प्रतिनिधि सभा में भी मंज़ूर किया जाना था. लेकिन अब नए साल में ही ऐसा मुमकिन होगा.

मंगलवार को चूंकि अमरीका में राष्ट्रीय अवकाश है इसलिए 1 जनवरी 2013, यानी आज से तकनीकी रूप से प्रभावशाली हो गए भारी भरकम करों और खर्चों में कटौती का कोई असर नहीं दिखेगा.

बातचीत जारी

अमरीकी सीनेट में इस मुद्दे पर अब भी बातचीत जारी है. इसके तहत डेमोक्रेटिक पार्टी और राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा 2 लाख डॉलर से कम की वार्षिक आय वाले अमरीकियों पर टैक्स न बढ़ाने की बात पर रिपब्लिकन पार्टी ने आय सीमा को बढ़ाकर साढ़े 4 लाख डॉलर करने की मांग की, जिस पर सहमति बनने की खबरें हैं.

लेकिन खर्चों में कटौती को लेकर डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन पार्टी के बीच गतिरोध बरकरार है. अमरीकी उप राष्ट्रपति जो बाईडन इस बातचीत में मध्यस्थता कर रहे हैं.

अमरीकी सीनेट में रिपब्लिकन नेता मिच मकोनल ने कहा, "हमें टैक्स में छूट पर सहमति वाले हिस्से को मंज़ूरी दे देनी चाहिए, हम खर्चों में कटौती करने वाले मुद्दों पर सहमति बनाने के लिए काम जारी रखेंगे."

'फिस्कल क्लिफ' की समस्या के तहत एक जनवरी से अमरीकियों के करों में इजाफ़ा हो जाएगा और सरकार के खर्चों में भारी कटौती भी हो जाएगी. जानकारों का कहना है कि इसका बुरा असर अमरीकी अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा. सोमवार को दिन में राष्ट्रपति बराक ओबामा ने टैक्स और खर्चों के बारे में समझौता होने की उम्मीद जताई थी.

बराक ओबामा ने कहा, "लगता है कि टैक्स में बढ़ोत्तरी के मुद्दे पर कोई समझौता हो जाएगा, लेकिन अभी भी समझौता हुआ नहीं है. कई मुद्दों पर अब भी गतिरोध बरकरार है लेकिन मुझे उम्मीद है कि कांग्रेस कोई समझौता कर लेगी."

उम्मीद है कि पहली जनवरी के दिन अब प्रतिनिधि सभा के सदस्य इस मुद्दे पर बातचीत और वोटिंग का काम आगे बढ़ा सकते हैं. इस दौरान सीनेट में अगर इस मुद्दे पर सहमति बन जाती है तो वोटिंग सोमवार को ही आधी रात से पहले भी हो सकती है.


Posted By: Garima Shukla