कैलास मानसरोवर यात्रा का पहला जत्था रवाना, इस रास्ते जाएंगे ये 33 तीर्थयात्री
20 जून को नाथुला दर्रा पहुंचेंगे
गंगटोक (पीटीआई)। सिक्कम के नाथुला दर्रा के रास्ते कैलास मानसरोवर की तीर्थ यात्रा पर जाने वाले यात्रियों का पहला जत्था गंगटोक से रवाना कर दिया गया।इसमें 33 यात्रियों को शामिल किया गया है। रास्ते में यह दल 15 माइल और शेरथांग में आयोजित अनुकूलन शिविरों में दो-दो दिन रुकेगा। सभी यात्री 20 जून को नाथुला दर्रा पहुंचेंगे। यहां दल के सभी सदस्यों को मेडिकल परीक्षण किया जाएगा, इसके बाद ही तीर्थयात्री चीन की सीमा में दाखिल होकर मानसरोवर के लिए रवाना होंगे।सिक्किम के अतिरिक्त मुख्य सचिव एससी गुप्ता ने यात्रियों के दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस रास्ते से यात्रा करना कठिन
यात्रा में पहली बार दो लाइजन (संपर्क) अफसरों को शामिल किया गया है। दिल्ली से पहुंचने के बाद तीर्थयात्रियों के इस दल को केंद्र व राज्य सरकार के अधिकारियों ने गंगटोक के एक होटल में संबोधित किया। पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन सचिव सीपी ढकाल, आइटीबीपी के डीआइजी केडी द्विवेदी और सिक्किम माउंटेनइयरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष कुंजांग ग्यात्सो ने दल के सदस्यों को यात्रा के नियम से अवगत कराया।कैलास मानसरोवर यात्रा पर जाने के लिए दो रूट हैं। इसमें पहला रास्ता उत्तराखंड के लिपुलेख से तिब्बत के मानसरोवर का है। इस रास्ते से यात्रा करना कठिन है।