अमरनाथ यात्रा के लिए पहला जत्था रवाना, पहली बार रेडियो फ्रीक्वन्सि से ट्रैक होंगे वाहन
पहले जत्थे में शामिल लोग
जम्मू (पीटीआई)। अमरनाथ यात्रा के लिए पहला जत्था जम्मू स्थित आधार शिविर भगवती नगर से आज 4.30 बजे सुबह रवाना हुआ। अमरनाथ यात्रा 60 दिनों की होगी।अधिकारियों के मुताबिक शांतिपूर्ण और सुरक्षित अमरनाथ यात्रा के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पहले जत्थे में कुल 2,995 तीर्थयात्री शामिल हैं। इसमें 2,334 पुरुष, 520 महिलाएं, 21 बच्चे और 120 'साधु' शरीक हैं।
कल से शुरू होगी यात्रा
यात्री बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों से पवित्र गुफा की ओर जाएंगे। 107 वाहनों और चार मोटरसाइकिलों से रवाना हुए अमरनाथ यात्री कश्मीर के गांदेरबाल स्थित बालटाल और अनंतनाग स्थित नुनवान, पहलगाम बेस कैंप पहुंचेंगे। इसके बाद तीर्थयात्री अगले दिन गुरुवार को अमरनाथ यात्री पैदल यात्रा शुरू करेंगे। इस दौरान वे 3880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित गुफा मंदिर के लिए रवाना होंगे।
दोनों मार्गों से जाएंगे यात्री
अधिकारियों के मुताबिक 1,904 तीर्थयात्रियों ने पहलगाम से 36 किलोमीटर के मार्ग का चयन किया है। वहीं 1,091 अन्य यात्रियों ने बालटाल वाले रूट का चयन किया है। यह रास्ता 12 किलोमीटर का है। अमरनाथ यात्रा 26 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन संपन्न होगी। वहीं अमरनाथ श्राइन बोर्ड के आधिकायों के अनुसार अब तक दो लाख तीर्थयात्रियों ने यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
सरकार पहली बार वाहनों को ट्रैक करने के लिए रेडियो फ्रीक्वन्सि (आरएफ) का उपयोग कर रही है। वहीं सीआरपीएफ ने कैमरे समेत दूसरे कई उपकरणों के साथ मोटरसाइकिल स्क्वाॅॅॅड पेश किए हैं।जम्मू-कश्मीर पुलिस, अर्धसैनिक, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल और सेना के लगभग 40,000 सुरक्षाकर्मी इस साल की तीर्थ यात्रा के लिए तैनात किए गए हैं।पिछले साल 2.60 लाख यात्रियों ने यात्रा की थी।